IND vs AUS 4th Test Match: भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच में बाधा डालने की खालिस्तान समर्थक ग्रुप की धमकियां मिलने के मामले में अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की साइबर सेल यूनिट को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने इस मामले में मध्य प्रदेश से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि सिम बॉक्स तकनीक का इस्तेमाल करके ये धमकियां दी जा रहीं थीं.
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीस अहमदाबाद में थे, तभी ये धमकियां दी जा रहीं थीं. मामला सामने के बाद से ही अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम आरोपियों के लोकेशन को ट्रैक करने में लगी हुई थी. क्राइम ब्रांच की टीम को धमकी देने वालों की लोकेशन मध्य प्रदेश, यूपी, बिहार और पंजाब की अलग-अलग जगहों से मिल रही थी. साथ ही अलग-अलग फेक ट्विटर हैंडल के जरिए पाकिस्तान से भी धमकियां दी जा रहीं थीं. क्राइम ब्रांच की टीम ने मध्य प्रदेश के सतना और रीवा से गैरकानूनी एक्सचेंज को पकड़ा है.
Cyber Cell has arrested 2 suspects backed by SFJ, a pro-Khalistan group from MP's Rewa & Satna over threats to disrupt the 4th Test match between India vs Australia. The threat was issued using SIM box technology during PM Modi & Australian PM's presence in Ahmedabad (Mar 9) for… pic.twitter.com/SRxPXhYWxP
— ANI (@ANI) March 12, 2023
बताते चलें कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच का आज चौथा दिन है. भारत की टीम के लिए आज के दिन का खेल बेहद अहम है. इस चौथे टेस्ट मैच के शुरुआती तीन दिन बल्लेबाजों के नाम रहे हैं. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे और आखिरी टेस्ट मैच में भारतीय टीम जीत के लिए पूरा जोर लगा रही है. तभी इस मुकाबले के बीच ही खालिस्तानी धमकी की ये खबर सामने आई.
बताया जा रहा है कि टेस्ट मैच में बाधा डालने की धमकी देने वालों के तार खालिस्तानी आतंकियों से जुड़े हुए हैं. मीडिया की खबरों के मुताबिक खालिस्तान समर्थक आंतकवादी गुरपरवंत सिंह के गुर्गों ने कई धमकी भरे मैसेज वायरल कराए हैं. गुजरात की पुलिस ने धमकी मिलने के बाद संदिग्ध लोगों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में गुजरात पुलिस ने सौराष्ट्र में आईएसआईएस से संबंध रखने के शक में कई लोगों को पकड़ा है. गुजरात पुलिस की एटीएस, एसओजी और क्राइम ब्रांच के साथ केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है.