कोरोना महामारी के बीच रोजगार बंद हो जाने के कारण मजदूरों का अपने घर जाने का सिलसिला जारी है. इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कुछ स्पेशल श्रमिक ट्रेनें चलाने का फैसला लिया. तब से रजिशट्रेशन के लिए मजदूर लगातार परेशान नजर आ रहे हैं. उससे पहले कई तस्वीरें देखने को मिली थी कि मजदूर पैदल ही सड़कों पर निकल आए हैं. लेकिन गुजरात में बिहार और उत्तर प्रदेश के लिए दो ‘श्रमिक स्पेशल’ स्पेशल ट्रेनें चलने वाली थी. उसे रद्द कर दिया गया. इससे नराज होकर प्रवासी मजदूर राजकोट के शपार औद्योगिक क्षेत्र में प्रवासियों ने वाहनों में तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी. राजकोट एसपी ने इस पूरे घटना पर बात करते हुए कहा कि इस घटना को अंजाम देने में जितने भी लोग शामिल थे उन सब के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
कल रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा था कि भारतीय रेलवे किसी भी जिले से ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेन चलाने को तैयार है. उन्होंने कहा कि इसके लिए जिलाधिकारी उनके जिले में फंसे कामगारों की सूची तैयार करेंगे. साथ ही उन्होंने यह भी यह कहा था कि जिला कलेक्टरों को राज्य नोडल अधिकारियों के साथ तालमेल स्थापित करना ही होगा. साथ ही उन्हें रेलवे द्वारा नामित नोडल अधिकारियों के साथ भी समन्वय करना होगा.
आज ही केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की पांचवीं किस्त की जानकारी देते हुए कई ऐलान किए. वित्त मंत्री ने पीएम नरेंद्र मोदी के ‘आपदा को अवसर’ में बदलने की बात का जिक्र करते हुए बताया कि उसी को ध्यान में रखकर आर्थिक पैकेज को तैयार किया गया है. पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ पर जोर दिया गया है. पांचवीं किस्त की घोषणा के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि मनरेगा पर खास ध्यान दिया गया है, जिससे श्रमिकों को काम मिल सके. उन्होंने आगे कहा कि मनरेगा का बजट 40 हजार करोड़ रुपये बढ़ा दिया गया है.
इसके पहले मनरेगा का बजट 61 हजार करोड़ रुपये था. अब, बजट में 40 हजार करोड़ रुपये का इजाफा कर दिया गया है. आपको बता दें कि पूरे देश में कोरोना के मामले 90 हजार के पार हो गया है. वहीं मौत की संख्या 2872 है. जबकि कोरोना को मात देने वालों की संख्या 34109 हैं.