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गुजरात नगर निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी के खाते में 27 सीटें
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गुजरात के लोगों ने काम की राजनीति को वोट दिया : आप
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गुजरात के लोग भाजपा और कांग्रेस की राजनीति से त्रस्त : आप
Gujarat Local Body Election नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के गढ़ गुजरात में संपन्न हुए नगर निगमों के चुनाव में धमाकेदार इंट्री की है. ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने ट्वीट कर कहा, ‘नयी राजनीति की शुरुआत करने के लिए गुजरात के लोगों को दिल से बधाई.’ उन्होंने कहा कि गुजरात के लोगों ने काम की राजनीति को वोट दिया. गुजरात के लोग भाजपा और कांग्रेस की राजनीति से त्रस्त थे. गुजरात के लोगों को एक विकल्प चाहिए था और आप के रूप में उनको यह विकल्प मिला है. अब आने वाला चुनाव सिर्फ आप और भाजपा के बीच होगा.
वहीं, आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मोदी के गढ़ में लोग भाजपा को बदलने कोशिश कर रहे हैं और वह मौका कांग्रेस की जगह आम आदमी पार्टी को दे रहे हैं. यह पहली बार सच होने जा रहा है कि गुजरात में सिर्फ भाजपा और आम आदमी पार्टी ही है, वहां कांग्रेस नाम की कोई तीसरी पार्टी नहीं है. उन्होंने कहा कि देश भर से कांग्रेस अब खत्म होती जा रही है. जब तक कांग्रेस खत्म नहीं होगी, तब तक भाजपा की सरकारें बनती रहेंगी, क्योंकि कांग्रेस भाजपा की ऑक्सीजन हैं.
सौरभ भारद्वाज ने रूझानों का हवाला देते हुए कहा कि अभी तक आप सूरत में 27 सीटें जीत गयी है और 17 सीटों पर दूसरे नंबर पर है, जबकि राजकोट में 13 और अहमदाबाद में 16 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है. वहीं, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि गुजरात के सभी शहरों में लोग आम आदमी पार्टी पर भरोसा जता रहे हैं. भाजपा के गढ़ सूरत में आम आदमी पार्टी नंबर दो पर है. लोग अब परिवर्तन चाह रहे हैं और वो आम आदमी पार्टी के रूप में देख रहे हैं.
सिसोदिया ने कहा कि अभी तक गुजरात में जो सेटिंग की राजनीति थी, उसका अंत हो गया. अब सेटिंग की राजनीति नहीं चलेगी, अब जनता के मुद्दे चलेंगे. हम जनता के मुद्दों को सड़क पर भी उठायेंगे और सदन में भी उठायेंगे. सूरत के लोगों ने गजब कर दिया है, उन्हें धन्यवाद है. गुजरात के लोग भाजपा से परेशान हो चुके हैं, उन्हें कांग्रेस पर भरोसा नहीं है. भाजपा के प्रति लोगों में गुस्सा है और आम आदमी पार्टी उनकी एक उम्मीद बन गयी है.
आम आदमी पार्टी मुख्यालय में सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जैसा कि विदित है, आम आदमी पार्टी दिल्ली के अलावा देश के अलग-अलग राज्यों में पहली बार जमीनी स्तर के चुनाव लड़ रही है. आप शहरी क्षेत्रों में नगर निगम और ग्रामीणों क्षेत्रों में ग्राम पंचायत व जिला पंचायत के चुनाव लड़ रही है. हमने महाराष्ट्र और हिमाचल के अंदर चुनावों में शिरकत की. पंजाब के अंदर नगर निगम का चुनाव लड़ा और आज गुजरात के अंदर पहली बार आम आदमी पार्टी ने नगर निगमों के चुनाव लड़े.
भारद्वाज ने कहा कि गुजरात के अंदर जो परिणाम आए हैं, इनके कई राजनैतिक मायने भी निकाले जायेंगे. हमारी समझ में यह एक बहुत बड़ी बात है कि मोदी का विकास मॉडल कहलाने वाला गुजरात, जहां पर पिछले 25 सालों से सूरत नगर निगम में और गुजरात में भाजपा की सरकार है, वहां पर आज लोग अगर भाजपा को बदलने की कोशिश कर रहे हैं, तो वह मौका कांग्रेस की जगह आम आदमी पार्टी को दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले 25 सालों में कांग्रेस न तो किसी सदन के अंदर भाजपा से लड़ती दिखी और ना ही किसी चुनाव में.
भारद्वाज ने कहा कि पूरे देश में कहा जाता था कि गुजरात दो पार्टियों का राज्य है. मुझे लगता है कि आज पहली बार यह सच होने जा रहा है कि गुजरात दो पार्टियों का राज है. जहां भाजपा और आम आदमी पार्टी है. वहां पर तीसरी कोई पार्टी नहीं है. दूसरी बड़ी बात यह है कि जहां-जहां लोग भाजपा से परेशान हैं, जहां-जहां भी देश के अन्य राज्यों में लोगों को लगा कि भाजपा के शासन में उनकी उम्मीदें और वादे पूरे नहीं हुए. वहां लोगों ने भाजपा को हराने के लिए वोट दिया.
उन्होंने कहा कि पहली विपक्षी दल होने के नाते कांग्रेस को वोट मिला और कांग्रेस ने सीटें जीती, मगर कांग्रेस के विधायक जीतने के बावजूद भी सरकारें भाजपा की बनी. जिससे लोग बहुत आहत और दुखी हैं. लोगों को लगता है कि यह धोखेबाजी है और ऐसा एक जगह नहीं हुआ. ऐसा गोवा में हुआ, कर्नाटक में हुआ, मध्य प्रदेश में हुआ और अभी हाल ही में दो-तीन दिन पहले पुडुचेरी में हुआ. लोगों को भाजपा का विकल्प अब कांग्रेस में दिखना बंद हो गया है. अब भाजपा का वह विकल्प आम आदमी पार्टी है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी बहुत सारे राज्यों में जमीनी स्तर पर चुनाव लड़ रही है. कहीं पर हम जीत रहे हैं और कहीं पर हम हार रहे हैं, लेकिन यह बात सामने निकल कर आ रही है कि कांग्रेस अब खत्म हो रही है. जब तक कांग्रेस खत्म नहीं होगी, तब तक भाजपा की सरकारें बनती रहेंगी. क्योंकि कांग्रेसी भाजपा का ऑक्सीजन हैं. कांग्रेस वह पंचिंग बैग है, जिसको पंच कर, करके मोदी बॉक्सर नंबर वन कहलाते हैं. कांग्रेस बीजेपी का ऑक्सीजन है और राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक ऑक्सीजन हैं.
Posted By: Amlesh Nandan.