Gujarat Cable Bridge Collapse: मोरबी में केबल ब्रिज टूटने से 77 की मौत, घटनास्थल पर कल पहुंचेंगे PM मोदी!

Gujarat Cable Bridge Collapse: गुजरात के मोरबी में रविवार शाम को मच्छु नदी पर बने केबल ब्रिज के टूट जाने से कई लोग कई लोग नदी में गिर गए. रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है.

By Samir Kumar | October 30, 2022 8:02 PM

Gujarat Cable Bridge Collapse: गुजरात के मोरबी में रविवार शाम को एक बड़ा हादसा हो गया. दरअसल, मच्छु नदी पर बने केबल ब्रिज के टूट जाने से कई लोग नदी में गिर गए. रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है. बताया जा रहा है कि इस हादसे में मरने वालों की संख्या 77 पहुंच गई है. गुजरात के पंचायत मंत्री बृजेश मेरजा के मुताबिक, इतने ही लोग घायल बताए जा रहे हैं. वहीं, पीएम मोदी के कल घटनास्थल पर पहुंचने की खबर सामने आ रही है. साथ ही बताया जा रहा है कि हादसे की जांच पांच सदस्यीय कमेटी करेगी. वहीं, गुजरात सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये मदद देने की घोषणा की है. इसके साथ ही गुजरात के गृह मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री मोरबी के लिए रवाना हो गए है.

मोरबी की घटना पर CM भूपेंद्र पटेल ने जताया दुख

मोरबी की घटना पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने दुख जताते हुए कहा है कि मैं लगातार जिला प्रशासन के संपर्क में हूं. सीएम पटेल ने कहा कि राहत और बचाव कार्य जारी है. घायलों के तत्काल उपचार की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. मैं इस संबंध में जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं.


PM मोदी ने गुजरात के सीएम से फोन पर की बात

इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात की और मोरबी हादसे के बारे में जानकारी ली. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, मोरबी में हुए हादसे से बेहद दुखी हूं. इस संबंध में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अन्य अधिकारियों से बात की. राहत और बचाव कार्य जोरों पर चल रहा है तथा प्रभावितों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी गुजरात में मोरबी में केबल पुल गिरने की घटना पर चिंता व्यक्त की. वहीं, स्थानीय विधायक एवं राज्य मंत्री बृजेश मेरजा ने कहा कि ब्रिज टूटने से कई लोग नदी में गिर गए. बचाव अभियान जारी है. ऐसी जानकारी है कि इसमें कई लोग घायल हुए हैं. उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा है.

अमित शाह ने घायलों के तुरंत उपचार के दिए निर्देश

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, मोरबी में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूं. मैंने गुजरात के गृह राज्य मंत्री व अन्य अधिकारियों से बात की. स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा है. NDRF भी शीघ्र घटनास्थल पर पहुंच रही है. घायलों के तुरंत उपचार के निर्देश दिए हैं.

ब्रिज के टूटने की सामने आई ये वजह

वहीं, न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में मरम्मत के बाद आम जनता के लिए फिर से खोला गया पुल टूट गया. क्योंकि, यह उस पर खड़े लोगों का भार सहन नहीं कर सका. इधर, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ब्रिज जिस समय टूटा, उस समय उस पर कई महिलाएं और बच्चे थे. इस संबंध में और जानकारी की प्रतीक्षा है.

हादसे के वक्त सैकड़ों की तादाद में लोग पुल पर थे मौजूद

रेस्क्यू टीम के सदस्य नदी में गिरे सभी लोगों को जल्द से जल्द बाहर निकालने की कोशिश में जुटे है. बताया जाता है कि रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण आज यहां काफी भीड़भाड़ थी. सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, हादसे के वक्त सैकड़ों की तादाद में लोग पुल पर मौजूद थे. पुल की मरम्मद के बाद पांच दिन पहले ही इसे आम जनता के लिए फिर से खोला गया था.

मोरबी हादसा: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जताया दुख

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मोरबी में पुल टूटने की घटना पर दुख व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, गुजरात के मोरबी में पुल टूटने से हुई दुर्घटना का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ है. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि सभी प्रभावित लोगों की रक्षा करें.

केबल ब्रिज टूटना बीजेपी सरकार की घोर लापरवाही का संकेत: भाकपा

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता बिनॉय विश्वम ने गुजरात के मोरबी शहर में रविवार को केबल पुल टूटने को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि यह राज्य सरकार की घोर लापरवाही की ओर इशारा करता है. बिनॉय विश्वम ने ट्वीट किया, गुजरात में केबल ब्रिज का टूट कर गिरना बीजेपी सरकार की घोर लापरवाही की ओर इशारा करता है. इसकी मरम्मत 5 दिन पहले होने की बात कही गई थी. ठेकेदारों को यह साहस कहां से मिला? मुआवजा बढ़ाने की जरूरत है. इसमें राजनीतिक सांठगांठ के खुलासे के लिए एक विश्वसनीय जांच होनी चाहिए.

SDRF और NDRF की टीमें पहुंच रही मोरबी

गुजरात सीएमओ ने जानकारी देते हुए बताया कि SDRF की 3 और राज्य रिजर्व पुलिस के 2 दस्तें भी बचाव और राहत कार्यों के लिए मोरबी पहुंच रही हैं. इलाज के लिए राजकोट सिविल अस्पताल में एक आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है. वहीं, भारतीय नौसेना के 50 कर्मियों के साथ NDRF के 3 दस्तें, भारतीय वायुसेना के 30 जवानों के साथ बचाव और राहत अभियान के लिए सेना के 2 कॉलम और फायर ब्रिगेड की 7 टीमें राजकोट, जामनगर, दीव और सुरेंद्रनगर से उन्नत उपकरणों के साथ मोरबी के लिए रवाना हुई.

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