Covid-19 की निगरानी के लिए त्वरित जांच किट का उपयोग गुजरात ने शुरू किया
गुजरात सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण की निगरानी के लिए राज्य में त्वरित एंटीबॉडी जांच किट का उपयोग करना शुरू कर दिया है.
अहमदाबाद : गुजरात सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण की निगरानी के लिए राज्य में त्वरित एंटीबॉडी जांच किट का उपयोग करना शुरू कर दिया है. हालांकि देश के कुछ हिस्सों में इस किट के इस्तेमाल को लेकर संशय की स्थिति है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि त्वरित जांच किट का उपयोग सिर्फ निगरानी के लक्ष्य से किया जाएगा, इसका उपयोग करके किसी व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने या नहीं होने की पुष्टि नहीं की जाएगी. इससे पहले त्वरित जांच किट के परिणामों में विसंगतियां मिलने पर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने सभी राज्यों से कहा था कि वे कुछ वक्त के लिए इनका उपयोग रोक दें.
स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव जयंती रवि ने कहा, ‘‘गुजरात को चार दिन पहले ही 24,000 त्वरित जांच किट मिले हैं.” गांधीनगर में उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उपयोग शुरू करने से पहले हमने उन्हें ठीक किया था ताकि आगे कोई दिक्कत ना हो. हमने कर्मचारियों को इसका प्रशिक्षण भी दिया कि जांच कैसे करनी है. जब हमारे विशेषज्ञों को पता चला कि अभी भी कुछ दिक्कत है, तो उन्होंने उसे दूर किया.”
उन्होंने कहा, ‘‘फिर आईसीएमआर ने हमें इन किट का उपयोग करके जांच करने से मना किया. हमने उस समय का उपयोग अपने तालुका स्तर तक के कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने के लिए किया. अब हमने (33 में से) 30 जिलों में त्वरित जांच शुरू कर दी है. यह जांच सिर्फ निगरानी के लिए है. इससे हमें क्षेत्र विशेष में संदिग्ध मामलों (कोविड-19 के) का पता लग जाएगा.” रवि ने कहा, ‘‘एंटीबॉडी जांच अंतिम नहीं है। अगर त्वरित जांच के दौरान हमें कोई रिपोर्ट पॉजिटिव मिलती है तो हम आरटी-पीसीआर जांच करके उसकी पुष्टि करेंगे, जिसे अंतिम माना जाएगा. राज्य की 16 प्रयोगशालाओं में आरटी-पीसीआर जांच की जा रही है.”
बीते 24 घंटे में 1229 नये केस सामने आये हैं. देश में कोरोनावायरस की कुल मरीजों संख्या 23000 से ऊपर पहुंच गयी है. वहीं मरने वालों की संख्या भी 700 के पार हो गया है. दुनिया की बात करें तो इस वायरस से अब तक तकरीबन 1 लाख 90 हजार लोग दम तोड़ चुके हैं. साथ ही 25 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं. बात अमेरिका की करें तो, अमेरिका कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में शामिल हैं. संक्रमण के साथ-साथ अमेरिका पर रोजगार का संकट भी छा गया है.