आज गुरु पूर्णिमा है. गुरुओं को समर्पित यह खास दिन उनके लिए आदर सम्मान का दिन है. इस मौके पर राजनीति और खेल जगत से जुड़े लोग ट्विटर के जरिये देशवासियों को बधाई दे रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पावन मौके पर देशवासियों को बधाई देते हुए ट्वीट किया है, देशवासियों को गुरु पूर्णिमा की ढेरों शुभकामनाएं. जीवन को सार्थक बनाने वाले गुरुओं के प्रति सम्मान प्रकट करने का आज विशेष दिन है. इस अवसर पर सभी गुरुजनों को मेरा सादर नमन.
कांगेस नेता राहुल गांधी ने भी देशवासियों को गुरुपूर्णिमा की शुभकामनाएं देते हुए महात्मा बुद्ध का एक संदेश ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है, तीन चीज़ें जो देर तक छिप नहीं सकतीं- सूर्य, चंद्रमा और सत्य- गौतम बुद्ध. गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुपूर्णिमा शुभकामनाएं देते हुए लिखा है, भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान बहुत ही आदरणीय है. गुरु एक सेतु है जो ज्ञान और शिष्य को जोड़ता है. एक गुरु अपने ज्ञान रूपी अमृत से शिष्य के जीवन में धर्म और चरित्र जैसे बहुमूल्य गुणों का सिंचन कर उसके जीवन को सही दिशा व अर्थ प्रदान करता है-गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरु पूर्णिमा की शुभकामना देते हुए अपने ट्वीट में लिखा है, गुरुजनों के मार्गदर्शन में ही विश्व की महान विभूतियों ने आकार लिया है.गुरुजनों के त्याग, तपस्या व ज्ञान के आलोक में ही सभ्यता और संस्कृतियों का उन्नयन हुआ. गुरु, रक्षक, सृजक और पथ प्रदर्शक हैं. सभी पूज्य गुरुजनों के नमन के पुनीत अवसर गुरु पूर्णिमा की आप सबको अनंत शुभकामनाएं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुपूर्णिमा की शुभकामनाएं देते हुए लिखा है कि पुराणों के रचियता एवं महान गुरू महर्षि वेदव्यास जी के जन्मदिवस पर उन्हें कोटि कोटि नमन. सभी देशवासियों को गुरू पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं.
तीन चीज़ें जो देर तक छिप नहीं सकतीं- सूर्य, चंद्रमा और सत्य।
– गौतम बुद्धआप सभी को गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएँ।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 5, 2020
देशवासियों को गुरु पूर्णिमा की ढेरों शुभकामनाएं। जीवन को सार्थक बनाने वाले गुरुओं के प्रति सम्मान प्रकट करने का आज विशेष दिन है। इस अवसर पर सभी गुरुजनों को मेरा सादर नमन।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 5, 2020
हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर वर्ष आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि पर गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है. आषाढ़ पूर्णिमा पर महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था. आज के दिन को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है. क्योंकि चारों वेदों, 18 पुराणों, महाभारत की रचना का श्रेय महर्षि वेद व्यास को दिया जाता है.नारदपुराण के अनुसार गुरु पूर्णिमा पर ज्ञान और जीवन की सही दिशा बताने वाले गुरु के प्रति अपनी आस्था प्रगट की जाती है.
Posted By : Pawan Singh