PM Modi Speech: गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर बोले पीएम मोदी- देश को नयी ऊंचाई पर ले जायेंगे

PM Modi Full Speech: पीएम ने कहा कि आजाद हिंदुस्तान अपने फैसले खुद करने वाला हिंदुस्तान, लोकतांत्रिक हिंदुस्तान, दुनिया में परोपकार का संदेश पहुंचाने वाला हिंदुस्तान है. ऐसे हिंदुस्तान के सपने को पूरा होते देखने के लिए कोटि-कोटि लोगों ने खुद को खपा दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2022 10:34 PM

Guru Tegh Bahadur 400th Prakash Parab: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व समारोह को ऐतिहासिक लाल किला से संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने देश को नयी ऊंचाईयों पर ले जाना है. उन्होंने सिख गुरुओं की सीख का जिक्र करते हुए कहा कि हमने कभी दुनिया को नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं की. हम आत्मनिर्भर भारत की बात करते हैं, तो उसमें भी विश्व का कल्याण निहित होता है.

गुरुवार को पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत वाहे गुरुजी दा खालसा, वाहे गुरु जी दी फतेह से की. उन्होंने कहा कि अभी शबद कीर्तन सुनकर जो शांति मिली, उसे शब्दों में अभिव्यक्त करना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि आज मुझे गुरु को समर्पित स्मारक डाक टिकट और विशेष सिक्का के विमोचन का भी सौभाग्य मिला. मैं इसे हमारे गुरुओं की विशेष कृपा मानता हूं. इसके पहले वर्ष 2019 में हमें गुरु नानक देवजी का 550वां प्रकाश पर्व और वर्ष 2017 में गुरु गोविंद सिंह जी का 350वां प्रकाश पर्व मनाने का भी सौभाग्य मिला.

उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि आज हमारा देश पूरी निष्ठा के साथ हमारे गुरुओं के आदर्शों पर आगे बढ़ रहा है. मैं इस पुण्य अवसर पर सभी 10 गुरुओं के चरणों में नमन करता हूं. पीएम मोदी ने कहा कि ये लाल किला कितने ही अहम काल खंडों का साक्षी रहा है. इस किले ने गुरु तेग बहादुर साहब की शहादत को भी देखा है और देश के लिए मर मिटने वाले लोगों के हौसले को भी देखा है.

आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान यह आयोजन विशेष हो गया

उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल के दौरान भारत के कितने ही सपनों की गूंज प्रतिध्वनित की. इसलिए आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान लाल किला पर आयोजित यह आयोजन विशेष हो गया है. उन्होंने कहा कि आज हम जहां हैं, अपने लाखों-करोड़ों स्वाधीनता सेनानियों के त्याग और बलिदान के कारण हैं.

भारत सिर्फ एक देश नहीं, महान परंपरा है

पीएम ने कहा कि आजाद हिंदुस्तान अपने फैसले खुद करने वाला हिंदुस्तान, लोकतांत्रिक हिंदुस्तान, दुनिया में परोपकार का संदेश पहुंचाने वाला हिंदुस्तान है. ऐसे हिंदुस्तान के सपने को पूरा होते देखने के लिए कोटि-कोटि लोगों ने खुद को खपा दिया. भारत भूमि सिर्फ एक देश ही नहीं है, बल्कि हमारी महान विरासत है. महान परंपरा है.

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे ऋषियों, मुनियों, गुरुओं ने सैकड़ों-हजारों सालों की तपस्या से सींचा है. इसे विचारों से समृद्ध किया है. इसी परंपरा के सम्मान के लिए उसकी पहचान की रक्षा के लिए दसों गुरुओं ने अपना जीवन समर्पित कर दिया. उन्होंने कहा कि आज देश आजादी के अमृत महोत्सव को और गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व को एक साथ मना रहा है.

पीएम ने कहा कि हमारे गुरुओं ने हमेशा ज्ञान और अध्यात्म के साथ ही समाज और संस्कृति की जिम्मेदारी उठायी. उन्होंने शक्ति को सेवा का माध्यम बनाया. जब गुरु तेग बहादुर साहब का जन्म हुआ था, तो गुरु पिता ने कहा था कि दिन रक्ष संकट हरण. यानी ये बालक एक महान आत्मा है. ये दीन-दुखियों की रक्षा करने वाला, संकट को हरने वाला है. इसलिए श्री हरगोविंद साहब ने उनका नाम त्यागमल रखा. इसी त्याग को उन्होंने चरितार्थ करके दिखाया.

पीएम मोदी ने कहा कि गुरु तेग बहादुर का ऐसा आध्यात्मिक व्यक्तित्व था. यह लाल किला के पास गुरु तेग बहादुर के अमर बलिदान का प्रतीक गुरुद्वारा शीशगंज साहिब है. यह पवित्र गुरुद्वारा याद दिलाता है कि हमारी महान संस्कृॉति की रक्षा के लिए गुरु तेगबहादुर का बलिदान कितना बड़ा था.

हमारी आस्था को हमसे अलग नहीं कर सका औरंगजेब जैसा अत्याचारी

उन्होंने कहा कि उस वक्त देश में मजहबी कट्टरता की आंधी आयी थी. हमारे देश के सामने ऐसे लोग थे, जिन्होंने धर्म के नाम पर हिंसा किया. उस समय भारत को अपनी पहचान बचाने के लिए एक बड़ी उम्मीद गुरु तेग बहादुर साहब के रूप में दिखी. औरंगजेब की आततायी सोच के सामने गुरु तेग बहादुर एक चट्टान बनकर खड़े हो गये. इतिहास गवाह है कि वर्तमान समय गवाह है और ये लाल किला भी गवाह है कि औरंगजेब और उसके जैसे अत्याचारियों ने भले ही अनेकों सिरों को धड़ से अलग करा, लेकिन हमारी आस्था को हमसे अलग नहीं कर सका.

भारत आज भी अमर खड़ा है

पीएम ने कहा कि गुरु तेग बहादुर के बलिदान ने भारत की अनेकों पीढ़ियों को अपनी संस्कृति की मर्यादा की रक्षा के लिए मर मिट जाने की प्रेरणा दी. बड़ी-बड़ी सत्ताएं मिट गयीं. बड़े-बड़े तूफान शांत हो गये. लेकिन भारत आज भी अमर खड़ा है. भारत आगे बढ़ रहा है. आज एक बार फिर दुनिया भारत की तरफ देख रही है. मानवता के मार्ग पर पथ प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है. गुरु तेग बहादुर जी का आशीर्वाद हम नये भारत के आभा मंडल में हर ओर महसूस कर सकते हैं.

एक भारत के दर्शन

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां हर कालखंड में जब-जब नयी चुनौतियां खड़ी होती हैं, तो कोई न कोई महान आदमी इस पुरातन देश को नये रास्ते दिखाता है. भारत का हर क्षेत्र, हर कोना हमारे गुरुओं के प्रभाव और ज्ञान से रोशन रहा है. गुरु नानक देव जी ने पूरे देश को एक सूत्र में पिरोया. गुरु तेग बहादुर के अनुयायी हर तरफ हुए. हमें हर जगह गुरुओं के ज्ञान और आशीर्वाद के रूप में एक भारत के दर्शन होते हैं.

पीएम ने कहा कि यह मेरी सरकार का सौभाग्य है कि उसे गुरुओं की सेवा का अवसर मिल रहा है. पिछले वर्ष ही हमारी सरकार ने 26 जनवरी को वीर बाल दिवस मनाने का निर्णय किया. जिस करतारपुर साहिब कॉरिडोर की प्रतीक्षा की जा रही थी, उसका निर्माण करके हमारी सरकार ने गुरु सेवा के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर की. उत्तराखंड में हेमकुंड साहब के लिए रोप-वे बनाने का काम आगे चल रहा है.

अफगानिस्तान से लाये गुरुग्रंथ साहिब

नरेंद्र मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान से गुरु ग्रंथसाहिब को शीष पर रखकर अफगानिस्तान से लाते हैं. अपने लोगों को भी सुरक्षित निकालते हैं. पड़ोसी देशों से आये सिख नागरिकों को हमने नागरिकता दी है. हमारे गुरुओं ने हमें मानवता को सर्वपरि रखने की सीख दी है. हमारे गुरु की वाणी है- ज्ञानी वही है, जो न किसी को डराये , न किसी से डरे. भारत ने कभी किसी देश या समाज के लिए खतरा उत्पन्न नहीं किया. आज भी हम पूरे विश्व के कल्याण के लिए सोचते हैं.

हम आत्मनिर्भर भारत की बात करते हैं, तो उसमें पूरे विश्व की प्रगति के लक्ष्य को रखते हैं. उन्होने कहा कि आज का भारत वैश्विक द्वंद्वों के बीच भी पूरी शिद्दत से विश्व शांति के लिए काम कर रहा है. हमारे सामने गुरुओं की दी गयी महान सिख परंपरा है. पुरानी सोच, पुरानी रूढ़ियों को किनारे हटाकर गुरुओं ने नये विचार सामने रखे. उनके शिष्यों ने उन्हें अपनाया. नयी सोच का अभियान वैचारिक नवोन्मेष है.

अपनी पहचान पर गर्व

उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में आज देश का भी यही संकल्प है. हमें अपनी पहचान पर गर्व करना है. हमें लोकल पर गर्व करना है. आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है. हमें एक ऐसा भारत बनाना है, जिसका सामर्थ्य दुनिया देखे. जो दुनिया को नयी ऊंचाई पर ले जाये. देश का विकास, देश की तेज प्रगति हम सबका कर्तव्य है. इसके लिए सबके प्रयास की जरूरत है. मुझे पूरा भरोसा है कि गुरुओं के आशीर्वाद से भारत अपने गौरव के शिखर तक पहुंचेगा.

हमारे सामने होगा नया भारत

जब हम आजादी के 100 साल मनायेंगे, तो एक नया भारत हमारे सामने होगा. गुरु तेग बहादुर कहते थे- साधो, गोविंद के गुण गाओ. हमें अपने जीवन का प्रत्येक क्षण देश को समर्पित कर देना है. हम सब मिलकर देश को नयी ऊंचाई पर ले जायेंगे. प्रधानमंत्री ने गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर 400 रुपये का विशेष सिक्का और एक डाक टिकट भी जारी किया.

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