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औरंगाबाद में बन सकता है सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल
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50 साल से जमा हुए फंड का होगा इस्तेमाल
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गुरूद्वारा प्रबंधन बोर्ड कर रहा है विचार
औरंगाबाद स्थित सचखंड श्री हजूर अबचलनगर गुरुद्वारा की ओर से सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज बनाने की बात हो रही है. गुरुद्वारा के प्रधान पुजारी ने अस्पताल बनाने की राय दी है. जिसपर गुरूद्वारा प्रबंधन कमेटी विचार कर रही है. प्रधान पुजारी का कहना है कि बीते 50 सालों से गुरुद्वारे में जो फंड जमा हुआ है उससे अस्पताल बनाया जाएगा. उन्होंने इस काम के लिए गुरूद्वारे में जमा सोना भी इस्तेमाल करने की बात कही है.
दरअसल, सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर गुरुद्वारा के पुजारी बाबा कुलवंत सिंह ने विचार किया है. और अब मामला गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी क पास है. अगर बोर्ड की भी मंजूरी मिल जाती है तो अस्पताल खुलने का रास्ता साफ हो जाएगा. बता दें, सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल खोलने का विचार उस समय आया जब बीते साल बाबाजी बीमार हो गये थे. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए मुंबई ले जाना पड़ा था.
गौरतलब है कि नांदेड और और औरंगाबाद में गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए इलाज की कोई खास सुविधा नहीं है. अक्सर लोगों को इलाज कराने मुंबई या हैदराबाद का रुख करना होता है. ऐसे में अगर यहां कोई सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल खुल जाता है तो लोगों को इलाज कराने के लिए बाहर का रुख नहीं करना होगा.
दान के पैसों से होगा निर्माणः बाबा कुलवंत सिंह ने इस बारे में कहा है कि बीते 50 सालों को गुरूद्वारा को जो दान मिलते आया है उससे अस्पताल का निर्माण हो सकता है. इसके अलावा गुरूद्वार को दान में जो सोना मिला है उसका इस्तेमाल भी किया जा सकता है. वहीं बोर्ड के अध्याक्ष ने कहा है कि गुरूद्वारा के पास पर्याप्त फंड है.
सचखंड हुजूरी खालसा दीवान के अध्यक्ष सरदार मनजीत सिंह ने भी इस प्रपोजल की सराहना की है. उन्होंने कहा कि वो बाबा जी की राय का समर्थन करते हैं. अब बस बोर्ड की रजामंदी का इंतजार है.
Posted by: Pritish Sahay