H3N2 Virus: टेंशन नहीं लें! पहने मास्क और बुखार होने पर पैरासिटामोल लें, जान लें यह काम की बात

H3N2 Virus: मौसमी इंफ्लूएंजा की वजह से भारत में दो मौत हो चुकी है. इसके बाद बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यों से सतर्क रहने और इसके मामले बढ़ने के मद्देनजर स्थिति की करीबी निगरानी करने को कहा है. जानें इससे बचाव के उपाय

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 11, 2023 8:45 AM
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H3N2 Virus: देशभर में इन दिनों बुखार और खांसी-जुकाम की समस्या लोगों को परेशान की हुई है. इस समस्या से जल्दी निजात नहीं मिल पा रही है जो चिंता का विषय बन गयी है. जिन्हें खांसी की शिकायत है, उनमें कई लोगों को छींकें आ रही हैं, कुछ को नहीं. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के विशेषज्ञों ने ‘इन्फ्लुएंजा-ए’ के सबवैरिएंट ‘एच3एन2’ को इसके लिए जिम्मेदार माना है.

मौसमी इंफ्लूएंजा की वजह से भारत में पहली दो मौतें होने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यों से सतर्क रहने और इसके मामले बढ़ने के मद्देनजर स्थिति की करीबी निगरानी करने को कहा है. इस वायरस संक्रमण के चलते कर्नाटक और हरियाणा में एक-एक व्यक्ति की मौत होने की पुष्टि हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो जानकारी साझा की है उसपर नजर डालें तो दो जनवरी से पांच मार्च तक देश में एच3एन2 के 451 मामले सामने आये हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने एक ट्वीट में कहा कि देश में एच3एन2 इंफ्लूएंजा वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर समीक्षा बैठक की. राज्यों को सतर्क रहने और स्थिति की करीबी निगरानी करने के लिए परामर्श जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार स्थिति से निपटने के लिए राज्यों के साथ मिलकर काम कर रही है और सभी स्वास्थ्य उपायों के लिए तत्पर है.

आईसीएमआर द्वारा दी गयी ये सलाह

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा पिछले सप्ताह जारी एक परामर्श में लोगों से साबुन से हाथ धोने और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचने, मास्क पहनने तथा छींकते एवं खांसते समय मुंह और नाक ढंकने का आग्रह किया गया है. संस्थान ने लोगों को बुखार और शरीर में दर्द होने पर पैरासिटामोल दवा लेने की भी सलाह दी है.

घबराएं नहीं जान लें ये बात

-03 दिन में सामान्य रूप से खत्म हो सकता है बुखार

-02 दिनों तक शरीर में दर्द श्वसन संबंधी समस्या

-05-07 दिनों तक कुछ मामलों में रह सकता है बुखार

-03 हफ्ते तक बरकरार रह सकता है खांसी-जुकाम

बचाव के उपाय

-जिनमें संक्रमण के लक्षण हों, उनके संपर्क में आने से बचें

-बीमार होने पर घर पर रहें और आराम करें

-छींकते-खांसते समय मुंह और नाक ढक लें

-हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखें, स्वच्छ कपड़े पहनें

-बार-बार आंख, नाक या मुंह को छूने से बचें.

-शरीर में एंटीबॉडी बढ़ाने वाले उपाय करते रहें .

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लक्षण के बारे में जानें

-गले में खराश

-बुखार

-कंपकंपी

-खांसी

-जुकाम और छींक

-थकान

-मांसपेशियों और शरीर में जकड़न

इन एंटीबायोटिक्स के इस्तेमाल में रखें सावधानी

एमॉक्सीसिलिन, नोरफ्लोक्सासिन, साइप्रोफ्लोक्सासिन, ओफ्लोक्सासिन, लिवोफ्लोक्सासिन, एजिथ्रोमाइसिन, आइवरमेक्टिन

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