Hanuman Chalisa Controversy: ‘मन अशांत है तो घर में पढ़ें हनुमान चालीसा’, शिवसेना का भाजपा पर कटाक्ष
Hanuman Chalisa Controversy Updates : देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि हनुमान चालीसा महाराष्ट्र में नहीं बोली जाएगी तो क्या पाकिस्तान में बोली जाएगी. इसपर शिवसेना ने कहा है कि मन अशांत है तो घर में हनुमान चालीसा पढ़ें.
Hanuman Chalisa Controversy in Maharashtra: शिवसेना ने हनुमान चालीसा मामले को लेकर भाजपा पर जोरदार हमला किया है. पार्टी नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि दूसरे के घर में जाकर अगर आप हनुमान चालीसा के नाम पर माहौल ख़राब करेंगे तो आप गुनहगार होंगे. यदि मन अशांत है तो आप घर में बैठकर हनुमान चालीसा पढें.
घर में और मंदिर में जाकर पढ़िए हनुमान चालीसाशिवसेना नेता संजय राउत ने आगे कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस लोगों को गुमराह कर रहे हैं, हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए किसी के ऊपर देशद्रोह का मुकदमा नहीं दाखिल हुआ है. मुंबई हाईकोर्ट ने भी इस बारे में अपना मत रखा है. हनुमान चालीसा आप ज़रूर पढ़िए अपने घर में और मंदिर में जाकर पढ़िए.
यहां चर्चा कर दें कि पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके महाराष्ट्र सरकार पर हमला किया था. उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र में अराजकता जैसे हालात हैं. पुलिस का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है. हनुमान चालीसा महाराष्ट्र में नहीं बोली जाएगी तो क्या पाकिस्तान में बोली जाएगी, इनको हनुमान चालीसा से इतनी नफरत क्यों है ? हम सारे हनुमान चालीसा बोलेंगे अगर सरकार में हिम्मत है तो हमारे ऊपर राजद्रोह का गुनाह लगाकर दिखाएं. राणा दंपती की गिरफ्तारी गलत है. हनुमान चालिसा पढ़ना राजद्रोह है क्या ? पुलिस की ओट में गुंडागर्दी की जा रही है.
Also Read: क्या पाकिस्तान में पढ़ें हनुमान चालीसा ? देवेंद्र फडणवीस का महाराष्ट्र सरकार पर जोरदार हमला क्या है हनुमान चालीसा को लेकर विवादयहां चर्चा कर दें कि मुंबई पुलिस ने अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और बड़नेरा से विधायक रवि राणा को अलग-अलग समुदायों के बीच नफरत फैलाने के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार किया था. इससे पहले राणा दंपती ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की अपनी योजना को रद्द कर दिया था. इस बीच, राणा के घर के बाहर प्रदर्शन करने के आरोप में पुलिस ने शिवसेना के 13 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया. हालांकि, बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया. राणा दंपती के खिलाफ राजद्रोह का भी मामला दर्ज किया गया है.