Hanuman Chalisa Row: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पाठ पढ़ने पर अड़ीं अमरावती की सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को आज बांद्रा कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. वहीं, राणा दंपति के आवास के बाहर हंगामा करने वाले शिवसेना के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कल पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने के बाद रविवार को बड़ी कार्रवाई की गई. इस मामले में खार पुलिस ने शिवसेना के 6 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. मुंबई पुलिस ने कहा कि इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.
वहीं, आज मुंबई पुलिस द्वारा अमरावती से सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा को मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया. बांद्रा के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की हॉलिडे एंड संडे कोर्ट ने अमरावती से सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है. विशेष लोक अभियोजक प्रदीप घरात ने कहा कि अमरावती से सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत दी गई है. उन्होंने कहा कि 6 मई तक वे न्यायिक हिरासत में रहेंगे। 29 अप्रैल को ज़मानत पर सुनवाई होगी.
Maharashtra | Khar police arrested 6 Shiv Sena workers after Police registered a case yesterday against party workers who created ruckus outside the residence of Navneet & Ravi Rana. Search for other accused underway: Mumbai Police
— ANI (@ANI) April 24, 2022
उधर, हनमुान चालीसा विवाद पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर निधाना साधते हुए कहा कि राजनीतिक मुद्दा बनाकर महाराष्ट्र में वर्तमान सरकार को परेशान करने की कोशिश की जा रही है और इन्हें BJP का भी समर्थन है. उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा लोग अपने घर में भी पढ़ सकते हैं, उद्धव ठाकरे के घर के सामने में ही क्यों पढ़ना है?
बता दें कि मुंबई पुलिस ने अमरावती से सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को धारा 153 A के तहत यानी धर्म के आधार पर दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के मामले में शनिवार को गिरफ्तार किया था. एक अधिकारी के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि मुंबई पुलिस ने निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में धारा 353 के तहत एक और मामला दर्ज किया गया है. जिसमें दोनों पति-पत्नी के ऊपर लोक सेवक को कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए आपराधिक बल प्रयोग करने का आरोप लगा है.