हरिद्वार धर्म संसद में मुस्लिमों के खिलाफ हेट स्पीच का मामला, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई कल
हरिद्वार ‘धर्म संसद’ में मुस्लिमों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषण मामले में दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में कल सुनवाई होगी. मुख्य न्यायाधीश एन.वी.रमना की अध्यक्षता वाली पीठ मामले की सुनवाई करेगी.
सुप्रीम कोर्ट में 12 जनवरी यानी बुधवार को हरिद्वार ‘धर्म संसद’( Haridwar Dharm Sansad) में मुस्लिमों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषण मामले में दाखिल स्वतंत्र जांच की याचिका पर सुनवाई होगी. मुख्य न्यायाधीश एन.वी.रमना की अध्यक्षता वाली पीठ मामले की सुनवाई करेगी. बता दें कि बीते सोमवार को जमीयत उलेमा ए हिंद ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी. जिसमें मुस्लिम विरोधी भाषणों के अलावा दिल्ली और उत्तराखंड के हरिद्वार में आयोजित होने वाले धर्म संसद जैसे कार्यक्रमों के आयोजन को प्रतिबंधित करने का अनुरोध किया है.
याचिका में क्या कहा गया है: सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया है कि उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए जो कथित तौर पर मुसलमानों के जनसंहार की धमकी देते हैं. इसके अलावा याचिका में हरिद्वार और दिल्ली में हुए कार्यक्रमों का भी जिक्र करते हुए कहा गया है कि सरकार के नाक के नीचे इन कार्यक्रमों के दौरान न केवल लोगों के खुलकर उकसाया गया बल्कि बहुसंख्यकों को मुसलमानों की हत्या करने के लिए उकसाने की साजिश भी रची गई. जिससे हिंदू राष्ट्र की स्थापना की जा सके. याचिका में कहा गया है कि इतना कुछ होने के बाद भी इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है. जमीयत उलेमा ए हिंद ने साफ तौर पर कहा कि राज्य के साथ साथ केंद्र की कानूनी एजेंसियों ने अपना कर्तव्य नहीं निभाया जिससे देश में चिंता की स्थिति बनी हुई है.
बात दें कि सोमवार यानी कल सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड के हरिद्वार में हाल में हुई ‘धर्म संसद’ के दौरान हेट स्पीच देने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध करने वाली जनहित याचिका पर सुनवाई के लिए हामी भरी है. प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण की अध्यक्षता वाली पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल की उन दलीलों पर गौर किया जिसमें कहा गया था कि हेट स्पीच मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा था कि हरिद्वार में 17 और 19 दिसंबर को धर्म संसद में जो हुआ, उस संबंध में जनहित याचिका दाखिल की गई है. हम मुश्किल दौर में जी रहे हैं जहां देश में ‘सत्यमेव जयते’ का नारा बदल चुका है. इसपर सीजेआई ने कहा कि ठीक है, हम मामले पर सुनवाई करेंगे.
नफरत भरा भाषण: हरिद्वार में पिछले महीने विवादास्पद धर्म संसद आयोजित की गयी थी. खबरों की मानें तो पंच दशनाम अखाड़ा के यती नरसिंहानंद और निरंजनी अखाड़ा की साध्वी अन्नपूर्णा भी महायज्ञ को आयोजित करने में सक्रियता से शामिल थे. दोनों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है.