नयी दिल्ली : मुझे अपने त्यागपत्र से कुछ नहीं मिला, मेरा सिर्फ नुकसान हुआ है लेकिन इस वजह से किसानों का मुद्दा केंद्र में आ गया. संसद सत्र को छोटा कर दिया गया क्योंकि देशभर में किसानों ने किसान बिल पर विरोध शुरू कर दिया. शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) की नेता हरसिमरत कौर बादल ने अपने इस्तीफे का जिक्र करते हुए यह बातें कही.
गठबंधन ने पिछले सप्ताह ही इन बिलों को संसद से पारित कराया है. हरसिमरत कौर ने एक ट्वीट में लिखा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा जिस एनडीए “गठबंधन” की परिकल्पना की गई थी, वह अब नहीं रहा.
I didn't gain anything from my resignation, I've only lost. But it brought farmers' issues to the centre stage. Parliament session had to be cut short by a week due to nationwide protests against #FarmBills: Shiromani Akali Dal leader & former union minister Harsimrat Kaur Badal pic.twitter.com/WLuLCEwZ0X
— ANI (@ANI) September 28, 2020
यदि 3 करोड़ पंजाबियों का दर्द और विरोध-प्रदर्शन भारत सरकार के कठोर रुख को बदलने में विफल रहता है, तो यह वाजपेयी जी और बादल साहब द्वारा परिकल्पित नहीं है. एक गठबंधन अपने सबसे पुराने सहयोगी के लिए कान बहरे कर देता है और पूरे देश को खिलाने वालों की अपील पर आंखें मूंद लेना कहीं से भी पंजाब के हित में नहीं है.
Posted By : Pankaj kumar Pathak