महिला IAS अधिकारी का ऐलान- लॉकडाउन के बाद नौकरी छोड़ घर चली जाऊंगी
हरियाणा कैडर की 2014 बैच की आईएएस (IAS) अधिकारी रानी नागर ने लॉकडाउन(Lockdown) के बाद नौकरी से इस्तीफा देने ऐलान किया है. रानी नागर द्वारा इस ऐलान के बाद अफसरशाही में चर्चा का विषय बना हुआ है. रानी ने अपने फेसबुक अकाउंट से वीडियो पोस्ट करके उसमें इस बात की घोषणा की है.
हरियाणा कैडर की 2014 बैच की आईएएस अधिकारी रानी नागर ने लॉकडाउन के बाद नौकरी से इस्तीफा देने ऐलान किया है. रानी नागर द्वारा इस ऐलान के बाद अफसरशाही में चर्चा का विषय बना हुआ है. गुरुवार को रानी ने अपने फेसबुक अकाउंट से वीडियो पोस्ट करके उसमें इस बात की घोषणा की है. इस वीडियो में रानी नागर ने अपनी जान को भी खतरा बताया है. नौकरी छोड़ने का ऐलान उन्होंने ट्विटर पर भी किया है.
https://twitter.com/ias_raninagar/status/1253097142723309570
यूपी के गाजियाबाद की रहने वाली रानी नागर इस समय सामाजिक सुरक्षा विभाग में अतिरिक्त निदेशक के पद पर तैनात हैं. उन्होंने वीडियो जारी कर कहा है कि मैं यूटी गेस्ट हाउस में किराये पर रहती हूं. मेरी जान को खतरा है. मैंने चंडीगढ़ पुलिस के विरुद्ध एक मामला दर्ज करवा रखा है, यदि मुझे कुछ हो जाता है तो यह वीडियो मेरे केस में फाइल कर दिया जाए.
ट्विटर और फेसबुक पर लिखे पोस्ट में रानी नागर ने बताया, मैं रानी नागर पुत्री श्री रतन सिंह नागर निवासी गाजियाबाद गांव बादलपुर तहसील दादरी जिला गौतमबुद्धनगर आप सभी को सूचित करना चाहती हूं कि मैंने यह निर्णय लिया है कि मैं आईएएस के पद से इस्तीफा दूंगी. अभी चंडीगढ़ में कर्फ्यू लगा हुआ है इस कारण से मैं और मेरी बहन रीमा नागर चंडीगढ़ से बाहर नहीं निकल सकते. चंडीगढ़ से आगे मार्ग में गाजियाबाद तक रास्ते भी बंद हैं.
आगे लिखा- लॉकडाउन और कर्फ्यू खुलने के बाद मैं अपने कार्यालय से इस्तीफा देकर और सरकार से नियमानुसार अनुमति लेकर मैं और मेरी बहन रीमा नागर वापस अपने पैतृक शहर गाजियाबाद आएंगे. हम आपके आशीर्वाद और साथ के आभारी रहेंगे. हालांकि आईएएस अधिकारी ने इस प्रतिष्ठित सेवा को छोड़ने का फैसला क्यों किया, इस बारे में कुछ साफ नहीं हो सका है.रानी नागर जून 2018 में हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव लेवल के एक अधिकारी के खिलाफ उत्पीड़न का आरोप लगाकर चर्चा में आयीं थीं. उन्होंने राज्य महिला आयोग के पास शिकायत भी दर्ज करायी थी. उन्होंने अपनी जिंदगी को खतरा बताते हुए पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज करायी थी.