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Haryana Crisis: सीएम सैनी का दावा- सरकार पर कोई खतरा नहीं, कांग्रेस ने राष्ट्रपति शासन की मांग की

Haryana Crisis: नायब सिंह सैनी सरकार से तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद हरियाणा में राजनीति संकट के बादल छा गए हैं. हालांकि मुख्यमंत्री सैनी ने सरकार पर खतरे की बात से साफ इनकार कर दिया है.

By ArbindKumar Mishra | May 8, 2024 3:04 PM

Haryana Crisis: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने तीन निर्दलीय विधायकों के राज्य में बीजेपी गठबंधन वाली सरकार से समर्थन वापस लेने के एक दिन बाद बुधवार को कहा कि उनकी सरकार संकट में नहीं है और मजबूती से काम कर रही है. उन्होंने कांग्रेस पर यह भ्रम पैदा करने का आरोप लगाया कि उनकी सरकार संकट में है. उन्होंने कहा, जब वे केंद्र में सत्ता में रहे तो आपने देखा होगा कि जब उन्हें लगता था कि उनकी सरकार संकट में है, वे कुछ लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने लगते थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि लेकिन हरियाणा की जनता कांग्रेस की आकांक्षाओं को पूरा करने वाली नहीं है. सैनी ने कहा कि डबल-इंजन की सरकार ने राज्य के साथ ही देश में विभिन्न क्षेत्रों में विकास सुनिश्चित किया है. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा विकास में विश्वास रखती है.

मंगलवार को तीन निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था

हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार पर उस समय खतरा मंडराने लगा था जब निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान (दादरी), रणधीर सिंह गोलन (पुंडरी) और धर्मपाल गोंदर (नीलोखेड़ी) ने मंगलवार को भाजपा सरकार से समर्थन वापस ले लिया. तीन विधायकों ने घोषणा की कि वे कांग्रेस का समर्थन करेंगे. उन्होंने दावा किया था कि राज्य विधानसभा में सैनी सरकार अल्पमत में आ गयी है. हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में सदस्यों की मौजूदा संख्या 88 है. सरकार के पास बहुमत से दो विधायक कम हैं. वर्तमान में भाजपा नीत सरकार को दो अन्य निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है.

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने क्या कहा

3 निर्दलीय विधायकों के सरकार से समर्थन वापस लेने और कांग्रेस को समर्थन देने पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा, मुझे अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है. एक बार राज्यपाल का संदेश आ जाए हम, स्थिति के अनुसार निर्णय लेंगे. अभी विधानसभा में कुल 88 विधायक हैं.

कांग्रेस ने बीजेपी सरकार को बर्खास्त करने की मांग की

कांग्रेस ने तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के चलते हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार के विधानसभा में अल्पमत में आने के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने और चुनाव कराने की बुधवार को मांग की. पार्टी ने कहा कि वह हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को पत्र लिखकर भाजपा सरकार को बर्खास्त करने की मांग करेगी. हाल के दिनों में जजपा के कुछ विधायकों ने भाजपा को समर्थन देने का संकेत दिया है. 90 सदस्यीय सदन में भाजपा के 40, कांग्रेस के 30 और जजपा के 10 विधायक हैं.

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