Haryana Election 2024 : क्या इस बार हरियाणा को मिलेगी महिला सीएम? जानें कैसा रहा है इतिहास
Haryana Election 2024 : हरियाणा में शनिवार को मतदान होना है. प्रदेश को अभी तक कोई महिला मुख्यमंत्री नहीं मिली है. अबतक सिर्फ 87 महिलाएं विधानसभा पहुंचीं हैं. जानें इतिहास
Haryana Election 2024 : हरियाणा में विधानसभा चुनाव प्रचार का शोर गुरुवार को थम चुका है. यहां 5 अक्तूबर को 90 सीटों पर मतदान होगा. इस बीच लोगों के जेहन में सवाल है कि क्या प्रदेश को इस बार महिला मुख्यमंत्री मिलेगी? ऐसा इसलिए क्योंकि हरियाणा को अभी तक कोई महिला सीएम नहीं मिली है. तो आइए एक नजर डालते हैं हरियाणा की महिला उम्मीदवारों पर…
हरियाणा चुनाव में अभी तक पुरुषों का ही दबदबा देखने को मिला है. इस बार भी विधानसभा चुनाव में सिर्फ 51 महिला उम्मीदवार मैदान में हैं. प्रमुख राजनीतिक दलों ने जिन महिला उम्मीदवारों को चुनावी अखाड़े में उतारा है, उनमें से अधिकतर का या तो राजनीतिक परिवार से नाता है या फिर वे कोई फेमस फेस है.
अभी तक केवल 87 महिलाएं चुनकर पहुंची हैं विधानसभा
हरियाणा 1966 में पंजाब से अलग होकर राज्य बना था. इसके बाद से विधानसभा में अभी तक केवल 87 महिलाएं चुनकर पहुंची हैं. हरियाणा अपने खराब लैंगिक अनुपात के लिए हमेशा से सुर्खियों में रहा है. यहां अभी तक कभी कोई महिला मुख्यमंत्री नहीं बनी है. उम्मीदवारों की सूची पर गौर करने से पता चलता है कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सबसे अधिक 12 महिला उम्मीदवारों को इस बार टिकट दिया है.
इसके बाद गठबंधन में चुनाव लड़ रहे भारतीय राष्ट्रीय लोकदल (इनेलो) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने संयुक्त रूप से 11 महिला उम्मीदवारों को, जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी ने 10 महिला उम्मीदवारों का टिकट दिया है. जननायक जनता पार्टी (जजपा) और आजाद समाज पार्टी (आसपा) का गठबंधन 85 सीट पर चुनाव लड़ रहा है और केवल 8 पर महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है. आम आदमी पार्टी (आप) की 90 उम्मीदवारों की सूची में 10 महिलाएं शामिल हैं.
हरियाणा में किस साल कितनी महिला विधायक चुनीं गईं?
हरियाणा विधानसभा के रिकॉर्ड के अनुसार, साल 2000 से अभी तक हुए 5 विधानसभा चुनाव में कुल 47 महिलाएं राज्य में विधायक चुनी गईं. राज्य अपने विषम लैंगिक अनुमात के लिए बदनाम है, वर्ष 2023 में यहां प्रति 1,000 लड़कों पर 916 लड़कियां थीं. वर्ष 2019 के चुनाव में 104 महिला उम्मीदवार मैदान में थीं, जिनमें निर्दलीय उम्मीदवार भी शामिल हैं. वर्ष 2014 के चुनाव में सबसे अधिक 116 महिला उम्मीदवार मैदान में थीं जिनमें से 13 ने जीत दर्ज की थी. 2019 के चुनाव में यह संख्या घटकर 9 रह गई.