Haryana Politics : हरियाणा में इन 3 वजह से टूटा राहुल गांधी के गठबंधन का सपना, आप से नहीं बनी बात
Haryana Politics : आम आदमी पार्टी (आप) ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की जिसके बाद राहुल गांधी के गठबंधन के सपने को जोरदार झटका लगा.
Haryana Politics : हरियाणा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के गठबंधन के सपने को उस वक्त ठेस पहुंचा जब आम आदमी पार्टी (आप) ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ने वाली दोनों पार्टियों के बीच काफी दिनों से बातचीत चल रही थी. इस बीच सोमवार को ‘आप’ ने 20 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी. इसके बाद लोगों के मन में सवाल आ रहा है कि क्या कांग्रेस से अरविंद केजरीवाल की पार्टी अब कभी गठबंधन नहीं करेगी जबकि अगले साल दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं.
किन तीन वजह से नहीं हो सका आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन?
- जो खबर सामने आ रही है उसके अनुसार, ‘आप’ 5 सीटों पर भी तैयार हो जाती पर कांग्रेस उसकी मनपंसद सीटें देने से बच रही थी.
- दोनों पार्टियों खुद को सूबे में मजबूत मानते हैं. कांग्रेस का पूरा कैडर है जबकि ‘आप’ की भी दो राज्यों में सरकार है.
- दोनों पार्टियों के बीच डील न होने की एक वजह रही कि कांग्रेस के उदयभान-भूपेंद्र हुड्डा शुरुआत से ही इस गठबंधन के पक्ष में नहीं थे.
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20 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की ‘आप’ ने
हरियाणा में कांग्रेस और ‘आप’ के बीच गठबंधन पर सहमति नहीं हो सकी. सोमवार को ‘आप’ ने 20 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी. ‘आप’ ने 11 उन सीटों पर भी अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं, जहां कांग्रेस पहले ही उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है. इनमें समालखा से बिट्टू पहलवान, रोहतक से बिजेंद्र हुड्डा और उचाना कलां से पवन फौजी शामिल हैं. ‘आप’ के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने कहा कि हम पहले दिन से ही सभी 90 सीट के लिए तैयारी कर रहे हैं. चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है, नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 12 सितंबर है. इसलिए अब इंतजार करना ठीक नहीं था.
पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी ‘आप’ : संजय सिंह
वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि ‘आप’ हरियाणा में पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी. इससे पहले, सुशील गुप्ता ने कहा था कि यदि कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए ‘आप’ के साथ गठबंधन को अंतिम रूप देने में विफल रहती है, तो पार्टी सभी 90 सीट के लिए उम्मीदवारों का ऐलान करेगी. इससे पहले राहुल ने अपनी पार्टी के नेताओं से गठबंधन को लेकर राय मांगी थी हालांकि कुछ नेता इसके पक्ष में नहीं नजर आए.
(इनपुट पीटीआई)