हाथरस मामले को लेकर पूरे देश में बवाल है वहीं, इस केस में आरोपियों ने जेल से चिट्ठी लिखकर मामले में नया मोड़ ला दिया है. एक बार फिर यह मामले सुर्खियों में आ गया है. हाथरस केस के चारों आरोपियों ने जेल से पुलिस अधीक्षक (SP) को एक चिट्ठी भेजी है. जिसमें मुख्य आरोपी संदीप ठाकुर ने कहा है कि उन्हें झूठे केस में मृतका के परिजनों ने फंसाया है. उसने कहा कि पूरे मामले में वो निर्दोष है, उसे जबरन फंसाया गया है.
मुख्य बीतें :-
-
आरोपियों ने कहा- हम बेकसूर
-
पीड़िता के भाई और मां ने फंसाया
-
मामले की जांच की मांग
-
मां और भाई ने ही की है हत्या
घरवालों ने ही की है हत्या : जेल में बंद सभी आरोपियों का कहना है कि वे निर्दोष हैं. सभी ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है. आरोपियों ने कहा है कि मृतका को उसकी मां और भाई ने ही मारा है. और अब झूठे केस में सभी को फंसा रहे हैं. आरोपियों ने मौत को ऑनर किलिंग करार दिया है.
चिट्ठी में आरोपी संदीप ने ये भी कहा है कि उसकी मृतका के साथ दोस्ती थी. फोन पर भी बात होती थी. उसने यह भी लिखा है कि घटना वाले दिन भी उसकी मृतका से मुलाकात हुई थी. बाद में वो घर चला गया. उसने साफ तौर पर कहा है कि हममे से किसी का भी उस घटना से कोई लेना देना नहीं है. लड़की की मां और भाई ने हमें झूठे आरोप में फंसाकर जेल भिजवा दिया है. हम सभी निर्दोष हैं, हमें न्याय मिले.
हाथरस गैंगरेप मामले में आरोपियों की चिट्ठी ने एक बार फिर इस मामले को सुर्खियों में ला दिया है. इस चिट्ठी में आरोपी पूरे मामले को ऑनर कीलिंग से जोड़ रहे है. वहीं आरोपियों के परजनों का कहना है कि उनके बच्चे इस कांड में शामिल नही है, साथ ही उन्होंने जेल में खतरा होने की भी बात कही है. उनकी कहना है कि जेल में उनके बच्चे जेल में सुरक्षित नहीं हैं.
Posted by : Pritish Sahay