उत्तर प्रदेश के हाथरस में पिछले महीने कथित रूप से बलात्कार का शिकार हुई 19 वर्षीय दलित महिला का परिवार अपनी “सुरक्षा” सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली में स्थानांतरित होना चाहता है. इसके लिए पीड़ित परिवार ने राज्य सरकार से मदद की मांग की है. एएनआई के मुताबिक पीड़िता के भाई ने कहा कि उसका परिवार दिल्ली शिफ्ट होना चाहता है.
उसने कहा कि हम भी चाहते हैं कि मामले की जांच को दिल्ली में स्थानांतरित किया जाना चाहिए. हम भी दिल्ली शिफ्ट होना चाहते हैं. इसके लिए सरकार हमारी मदद करे क्योंकि हम पूरी तरह सरकार पर निर्भर हैं. हम बस जहां भी रहे सुरक्षित रहना चाहते हैं. बता दें कि इस मामले की जांच फिलहाल सीबीआई कर रही है.
हाथरस में हुए कथित गैंगरेप मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) अपनी जांच पूरी कर ली है. इस मामले में जल्द ही एसआईटी अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप देगी. बता दें कि इस मामले की जांच के लिए गठित की गयी एसआईटी को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए 10 दिनों का समय दिया गया था.
इससे पहले दलित समुदाय की महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी मौत मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच इधर पीड़िता के घर एसआईटी की टीम पहुंची थी. उस वक्त यह बताया गया था परिवार से कॉल रिकॉर्ड पर पूछताछ की जा सकती है.
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि एसआईटी को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए 10 दिन का और समय दिया गया है. अतिरिक्त समय दिए जाने की वजह के बारे में पूछने पर अवस्थी ने बताया “इसका एक ही कारण है और वह यह, कि अभी जांच पूरी नहीं हो पाई है.
गौरतलब है कि हाथरस में एक दलित लड़की से कथित रूप से सामूहिक बलात्कार के बाद उसकी मौत के मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने पिछली 30 सितंबर को एसआईटी का गठन किया था. उस वक्त उसे अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए सात दिन का समय दिया गया था. यह अवधि आज समाप्त हो रही है. हाथरस मामले को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां खासी तेज हैं. इस मुद्दे को लेकर तमाम विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा है.
Posted By: Pawan Singh