रांची : हाथरस सत्संग हादसे से देश के अन्य बड़े कथावाचकों और संतों ने सबक ली है. हाथरस में मंगलवार को नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में श्रद्धालुओं के बीच मची भगदड़ के कारण 121 लोगों की मौत हो गयी थी. प्रथम दृष्ट्या इसे अनुमान से ज्यादा भीड़ के जुटने और भीड़ प्रबंधन में प्रशासन और आयोजकों की विफलता का नतीजा माना गया है. इस हादसे ने अन्य कथावाचकों और संतों को सतर्क कर दिया है.
उनके कार्यक्रमों ऐसी परिस्थिति पैदा न हो, इसके लिए उन्होंने एहतियाती कदम उठाये हैं. वृंदावन (मथुरा) के प्रेमानंद महाराज ने अपनी रात की परिक्रमा रोक दी है. उन्होंने अपने भक्तों से अपील की है कि वे सड़कों पर उनके रात्रि-दर्शन के लिए एकत्र न हों. गौरतलब है कि प्रेमानंद महाराज अब तक रात में ही भक्तों को दर्शन देते रहे हैं. उनकी पदयात्रा की रील सोशल मीडिया में खूब वायरल होती रहती है. वहीं, बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भक्तो को अपने जन्म दिन पर आश्रम आने से मना कर दिया.
उन्होंने अपील की कि सभी भक्त गुरुवार को अपने घर में रह कर ही उनका जन्मदिन मनाएं. आश्रम में पहले से ही उत्सव के कारण भीड़ अधिक है. बागेश्वर धाम आश्रम की तरफ से एक वीडियो जारी किया गया, जिसमें वह अपील करते दिखाई दे रहे हैं कि चार जुलाई को मेरा जन्मदिन है. बहुत व्यापक तरीके से अद्भुत आनंद-उत्सव की तैयारियां चल रही हैं, लेकिन हम निवेदन और प्रार्थना करना चाह रहे हैं कि आप अपने घरों में ही रह कर मेरे जन्म का उत्सव मनाएं.
बाबा प्रेमानंद की तरफ से जारी किया गया पत्र :
श्री हित राधा केली कुंज परिकर की ओर से एक पत्र जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि भविष्य में ऐसी कोई भी घटना न घटे, ऐसी ठाकुर जी के चरणों में प्रार्थना है. उपरोक्त घटना के संदर्भ में सावधानी बरतते हुए पूज्य महाराज जी, जो पद यात्रा करते हुए रात्रि 2:15 बजे से श्री हित राधा केली कुंज जाते थे, जिसमें सब भक्त दर्शन पाते थे, वह अनिश्चित काल के लिए बंद की जाती है.
बाबा बागेश्वर की भक्तों से अपील :
हमारे जन्मदिन के लिए दूर-दूर से आ रहे बागेश्वर धाम से जुड़े लोग हमारे प्रियजन हैं. एक जुलाई से ही जन समुदाय और बागेश्वर धाम के भक्तों की भीड़ बहुत ज्यादा हो गयी है. इसलिए सभी भक्त अपने घर में ही रह कर हनुमान चालीसा पढ़ कर और वृक्षारोपण करके हमारा जन्मदिन मनाएं.
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