नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने शुक्रवार को राज्य सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार के पास वेंटिलेटर हैं, लेकिन अभी कोई राज्य सरकार हमसे वेंटिलेटर नहीं मांग रही हैं. बहुत सारी राज्य सरकारों को हमने जो वेंटिलेटर दिए हैं, वह अभी उन सबका भी इस्तेमाल नहीं कर पाई हैं. उनके पास वेंटिलेटर लगाने के लिए जगह ही नहीं है.
डॉ हर्षवर्धन ने दिल्ली स्थित एम्स के ट्रॉमा सेंटर का दौरा करने के बाद कहा कि किसी चीज की कोई कमी नहीं है. अनुभव भी पर्याप्त हो गया है, सामान भी पर्याप्त हैं और टेस्टिंग की सुविधा भी पर्याप्त है. दरअसल, दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने एम्स के ट्रामा सेंटर का दौरा कर वहां स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया. इस दौरान उनके साथ एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया भी मौजूद रहे.
उन्होंने कहा कि 2021 में 2020 के मुकाबले भले ही मामलों की संख्या बढ़ रही है और उसकी रफ्तार तेज है, लेकिन 2021 में डॉक्टरों पास कई सौ गुना अधिक अनुभव है और हम बीमारी की गंभीरता को अच्छी तरह से समझ चुके हैं. उन्होंने कहा कि आज हमारे पास पहले के मुकाबले कहीं अधिक आत्मविश्वास है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देशभर में कोरोना के नए मामलों की संख्या बढ़ रही है. मैं अस्पतालों में जाकर डॉक्टरों से बात करके ये जानने की कोशिश कर रहा हूं कि हमें और क्या तैयारियां करने की जरूरत है.
बता दें कि भारत में कोरोना के एक दिन में रिकॉर्ड 2,17,353 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,42,91,917 हो गई है और इस बीमारी का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 15 लाख के पार चली गई है. देश में लगातार दूसरे दिन संक्रमण के नए मामलों की संख्या दो लाख से अधिक पहुंच गए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 1,185 और लोगों की मौत होने के बाद कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 1,74,308 हो गई है. देश में 19 सितंबर, 2020 के बाद से एक दिन में सर्वाधिक लोग मारे गए हैं. संक्रमण के मामलों में लगातार 37वें दिन वृद्धि हुई है.
देश में इलाज करा रहे मरीजों की संख्या बढ़कर 15,69,743 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 10.98 फीसदी है, जबकि स्वस्थ होने वाले लोगों की दर घट कर 87.80 फीसदी हो गई है. सबसे कम 1,35,926 इलाजरत मरीज 12 फरवरी को थे. इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,25,47,866 हो गई है और मृत्यु दर गिरकर 1.22 फीसदी हो गई है.
भारत में कोरोना के मामले 7 अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे. इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे. वैश्विक महामारी के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे.
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Posted by : Vishwat Sen