नयी दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कोविड-19 के चिकित्सकीय प्रबंधन के लिए आयुर्वेदिक औषधियों और योग आधारित एक प्रोटोकॉल जारी किया. इसमें कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने और हल्के लक्षणों तथा लक्षणविहीन मामलों के उपचार के लिए अश्वगंधा और आयुष-64 जैसी औषधियां शामिल हैं.
हर्षवर्धन ने आयुष मंत्री श्रीपद नाईक की मौजूदगी में कोविड-19 के प्रबंधन के लिए आयुर्वेद और योग आधारित राष्ट्रीय चिकित्सकीय प्रबंधन प्रोटोकॉल जारी किया. स्वास्थ्य मंत्री के हवाले से एक बयान में कहा गया, ‘‘रोग निरोधी कदमों वाला यह प्रोटोकॉल न सिर्फ कोविड-19 के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि आधुनिक समय की समस्याओं के समाधान में पारंपरिक ज्ञान को प्रासंगिक बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है.”
Ayurveda medicines recommended for mild #COVID19 patients: Ministry of AYUSH https://t.co/GQGWL6HGEb pic.twitter.com/rUzBtsH0YS
— ANI (@ANI) October 6, 2020
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से स्वतंत्रता के बाद आयुर्वेद पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया, फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके महत्व को देखते हुए इस पर ध्यान दिया. आयुष मंत्रालय ने प्रोटोकॉल दस्तावेज में रेखांकित किया कि मौजूदा ज्ञान कहता है कि कोरोना वायरस संक्रमण और महामारी को आगे बढ़ने से रोकने में अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता मददगार है.
प्रोटोकॉल में अधिक जोखिम वाले लोगों तथा रोगियों के संपर्क में आए लोगों के उपचार के लिए अश्वगंधा, गुडूची घनवटी और च्यवनप्राश जैसी औषधियों के उपयोग का सुझाव दिया गया है.
Posted By : Rajneesh Anand