स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी चेतावनी,कोरोना के थर्ड वेव को हम अपने व्यवहार से दे रहे आमंत्रण, Lambda पर कही ये बात
एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है जिसमें सैकड़ों पर्यटक मसूरी के केम्पटी फॉल में एक साथ उमड़े नजर आ रहे हैं. क्या हम ये ठीक कर रहे हैं? क्या यह कोविड 19 वायरस को सीधा निमंत्रण नहीं है कि आओ हमें संक्रमित करो. उक्त बातें स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही.
एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है जिसमें सैकड़ों पर्यटक मसूरी के केम्पटी फॉल में एक साथ उमड़े नजर आ रहे हैं. क्या हम ये ठीक कर रहे हैं? क्या यह कोविड 19 वायरस को सीधा निमंत्रण नहीं है कि आओ हमें संक्रमित करो. उक्त बातें स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही.
उन्होंने कहा कि भारत में कोविड संक्रमण के मामले लगातार घट रहे हैं, जबकि रिकवरी के मामले बढ़ रहे हैं. अब देखा यह जा रहा है कि संक्रमण के मामले कुछ खास हिस्सों तक ही सीमित रह गये हैं. अभी कोरोना संक्रमण के आधे केस सिर्फ दो राज्यों से सामने आ रहे हैं.
A video is doing rounds on social media where hundreds of tourists thronged the Kempty Falls in Mussoorie.
Are we doing the right things? Is it not an open invitation for #COVID19 virus to infect us?
– @MoHFW_INDIA #IndiaFightsCorona #Unite2FightCorona pic.twitter.com/Wn08l7QOdB
— PIB India (@PIB_India) July 9, 2021
कोरोना नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है क्योंकि अगर हमने कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया तो देश में एक बार मामले फिर बढ़ेंगे और यह फिर उसे रोकना कठिन हो जाता है.
लव अग्रवाल ने प्रेस कॉंन्फ्रेंस में कहा कि बांग्लादेश, यूके, रुस और दक्षिण कोरिया जैसे देशों में कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़े हैं जिसकी वजह से वहां एक बार फिर प्रतिबंध लागू करने पड़े हैं.
लव अग्रवाल ने बताया कि नौ जुलाई तक देश में 36.9 करोड़ कोरोना वैक्सीन का डोज दिया जा चुका है. 1.76 करोड़ हेल्थवकर्स को वैक्सीन दिया गया है जबकि 2.74 करोड़ फ्रंटलाइन वकर्स को वैक्सीन दिया गया है. 45 साल से ज्यादा के लोगों को 21.21 करोड़ डोज दिया गया है जबकि 18-44 साल के लोगों को 11.19 करोड़ डोज दिया गया है.
नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि कोरोना वायरस के Lambda वैरिएंट पर हमारी नजर है और इससे हमें सावधान रहना होगा. अभी तक इस बात के कोई सबूत नहीं मिले है कि यह वैरिएंट भारत में मौजूद है. लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है.
Posted By : Rajneesh Anand