स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा – लॉकडाउन से हुए कई फायदे, इसने संक्रमण के प्रसार की गति को कम किया
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि लॉकडाउन से ‘‘कई फायदे'' हुए हैं और उनमें से सबसे महत्वपूर्ण यह है कि इसने कोविड-19 के प्रसार की ‘‘गति को कम'' किया है. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 1,51,767 हो गई है और मृतकों की संख्या 4,337 पहुंच गई है.
नयी दिल्ली : केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि लॉकडाउन से ‘‘कई फायदे” हुए हैं और उनमें से सबसे महत्वपूर्ण यह है कि इसने कोविड-19 के प्रसार की ‘‘गति को कम” किया है. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 1,51,767 हो गई है और मृतकों की संख्या 4,337 पहुंच गई है.
मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि बुधवार की सुबह आठ बजे तक 24 घंटे की अवधि में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 6,387 नये मामले सामने आये है और 170 मरीजों की मौत हुई है. देश में पिछले छह दिन में प्रतिदिन कोरोना वायरस के छह हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं.
मंत्रालय ने कहा, ‘‘लॉकडाउन के कई लाभ हुए हैं और इनमें से एक प्रमुख फायदा यह है कि इससे इस बीमारी का संक्रमण फैलने की गति कम हुई है. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा किए गए अनुमानों से पता चला है कि बड़ी संख्या में मौतों और मामलों को टाल दिया गया है.
बयान में कहा गया है कि वहीं लॉकडाउन की अवधि के दौरान कोविड-19 विशिष्ट स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे का विकास, ऑनलाइन प्रशिक्षण मॉड्यूल और वेबिनार के माध्यम से मानव संसाधन की क्षमता का विकास, जांच क्षमता में वृद्धि, दवाओं का परीक्षण और टीका अनुसंधान आदि किए गए.
इसमें कहा गया है, ‘‘लॉकडाउन के दौरान कोविड-19 प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य ढांचे का विकास किया गया. देश में 27 मई की तिथि तक 930 समर्पित कोविड अस्पतालों में 1,58,747 पृथक बिस्तर हैं, 20,355 आईसीयू बिस्तर और 69,076 ऑक्सीजन सुविधा से लैस बिस्तर उपलब्ध हैं.
बयान में कहा गया है कि इसके अलावा देश में कोविड-19 से निपटने के लिए 10,341 पृथक केन्द्र और 7,195 कोविड देखभाल केन्द्र और 6,52,830 बिस्तर उपलब्ध हैं. मंत्रालय ने कहा कि केन्द्र ने राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों और केन्द्रीय संस्थानों को 113.58 लाख एन95 मास्क और 89.84 लाख व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) उपलब्ध कराये है.
उसने कहा कि 435 सरकारी प्रयोगशालाओं और 189 निजी प्रयोगशालाओं के जरिये देश में जांच क्षमता को बढ़ाया गया है. मंत्रालय ने कहा कि भारत की कोविड-19 से मृत्यु दर 2.86 प्रतिशत है, जबकि विश्व औसत 6.36 प्रतिशत है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कहा कि सुबह नौ बजे तक कोविड-19 के लिए अब तक 32,42,160 नमूनों की जांच की गई है. पिछले 24 घंटे में 1,16,041 नमूनों की जांच की गई है.