स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा- देश में सामुदायिक संक्रमण नहीं,लेकिन फिर भी हमें जागरूक रहना होगा

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस पर रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 678 नए मामले सामने आए है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने बताया कि इस दौरान 33 लोगों की मौत हुई है. जो अब तक एक दिन में सबसे ज्यादा है.

By Mohan Singh | April 10, 2020 5:54 PM
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नयी दिल्ली : स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस पर रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 678 नए मामले सामने आए है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने बताया कि इस दौरान 33 लोगों की मौत हुई है. जो अब तक एक दिन में सबसे ज्यादा है.

संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कल कोरोना की 16002 जांचे की गयी जिनमें दो फीसदी ही पॉजिटिव पाए गए है.एकत्र किए नमूनों के आधार पर, संक्रमण दर अधिक नहीं है. उन्होंने बताया कि सरकार ने रैपिड डायग्नोस्टिक्स किट को भी मंजूरी दी है. इसके साथ कहा कि देश में अभी तक कोई सामुदायिक प्रसारण नहीं है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है.लेकिन फिर भी हमें जागरूक और सतर्क रहना होगा.

उन्होंने ने स्वास्थ्य कर्मचारीयों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को लेकर कहा कि ये सभी लोग कोरोना से जंग में सबसे आगे है और इनके साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार हमारे लिए हानिकारक है. उन्होंने कहा उनके साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं उनके मनोबल को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती हैं.

हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन गोलियों के बारे में की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि हमारे पास एक करोड़ हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन गोलियों की घरेलू आवश्यकता है, जबकि हमारे पास अभी 3.28 करोड़ हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन गोलियां उपलब्ध हैं

विदेश मंत्रालय की तरफ से एएस और समन्वयक दम्मू रवि ने बताया कि कल तक 20473 विदेशी नागरिकों को उनके देश वापिस भेजा गया है. यह चलने वाली प्रक्रिया है.हम उत्कृष्ट सहयोग प्राप्त कर रहे हैं.

उन्होंने बताया कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को लेकर बहुत सारे अनुरोध पहले से आए हुए थे. कई देशों द्वारा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के लिए अनुरोध किया गया है, इसलिए घरेलू आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए मंत्रियों के एक समूह द्वारा निर्णय लिया गया कि बची हुई दवा को निर्यात किया जाएं.

गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि गृह मंत्री ने सीमा सुरक्षा अधिकारियों के साथ भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमाओं पर सुरक्षा को लेकर समीक्षा बैठक की. उन्होंने उन क्षेत्रों में विशेष रूप से सुरक्षा कड़ी करने का आदेश दिया.

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