Ban on Election Rallies: 15 जनवरी के बाद प्रचार पर जारी रहेगी रोक? स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया ये जवाब
Ban on Election Rallies Extension: पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले पार्टियां प्रचार कर पायेंगी या नहीं, इस पर अभी संशय बरकरार है. पार्टियां चिंतित हैं, तो स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये बात कह दी है...
Ban on Election Rallies Extension: अगले महीने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2022) होने हैं. इन राज्यों में अभी चुनाव प्रचार पर रोक लगी हुई है. चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने किसी भी तरह की रैली, पदयात्रा, साइकिल या मोटरसाइकिल रैली के अलावा जनसभा पर भी रोक लगा रखी है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने इसे ‘कैंपेन कर्फ्यू’ (Campaign Curfew) नाम दिया है. चुनाव आयोग के कैंपेन कर्फ्यू की वजह से ही चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद भी कोई पार्टी चुनाव प्रचार नहीं कर पा रही है.
चुनाव आयोग ने पार्टियों से कहा है कि कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के मद्देनजर राजनीतिक दलों को वर्चुअल कैंपेन करना चाहिए. पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान कोरोना का संक्रमण तेजी से फैला था और इसके लिए चुनाव आयोग की खूब किरकिरी हुई थी. हालांकि, चुनाव आयोग ने बाद में रैलियों पर सख्त पाबंदी लगायी थी, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. इस बार आयोग ने कोई रिस्क नहीं लिया और चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के साथ ही सख्त पाबंदियां लगा दीं.
आदर्श आचार संहिता लागू हो जाने के बाद चुनाव आयोग के आदेशों का उल्लंघन करना किसी भी पार्टी को भारी पड़ सकता है. इसलिए आयोग की गाइडलाइंस का पालन करना उनकी मजबूरी है. लेकिन, सभी यह जानना चाह रहे हैं कि 15 जनवरी 2022 के बाद भी चुनाव प्रचार शुरू होगा या नहीं. इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की स्थिति पर उसकी नजर बनी हुई है. चुनाव आयोग को कोरोना से जुड़ी जानकारियां दी जायेंगी. आने वाले दिनों में कैसी स्थिति बनती है, उसे देखते हुए आयोग के साथ संपर्क किया जायेगा.
Health Ministry of whether the ban on election rallies will be extended: Election Commission has issued guidelines related to gathering, rallies…As the situation evolves we coordinate with the EC…A decision will be taken accordingly. pic.twitter.com/uar2flYL1u
— ANI (@ANI) January 12, 2022
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड19 की स्थिति के बारे में वह चुनाव आयोग के साथ समन्वय स्थापित करेगा. चुनाव आयोग के साथ मंत्रणा के बाद ही यह तय हो पायेगा कि राजनीतिक पार्टियों को चुनाव से पहले जनसभा, पदयात्रा, साइकिल रैली, मोटरसाइकिल रैली आदि करने की अनुमति दी जाये या नहीं. ज्ञात हो कि फरवरी में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में विधानसभा के चुनाव कराये जायेंगे. 10 मार्च को एक साथ सभी राज्यों में मतगणणना होगी और उसी दिन परिणाम आ जाने की उम्मीद है.
Posted By: Mithilesh Jha