मणिपुर में पावर स्टेशन से कैसे हुआ फ्यूल लीक? नदी के पानी में फैला तेल, इलाके में दहशत
मणिपुर में एक बिजली स्टेशन से भारी ईंधन के रिसाव के बाद इलाके में दहशत फैल गया है. सरकार की ओर से अलर्ट जारी किया गया है. जानें पूरा अपडेट यहां
मणिपुर इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है. पहला हिंसा की वजह, वहीं दूसरा राहुल गांधी की यात्रा को लेकर…इस बीच एक बड़ी खबर आ रही है. जानकारी के अनुसार, मणिपुर सरकार की ओर से लीमाखोंग पावर स्टेशन से बड़ी मात्रा में ईंधन के रिसाव (फ्यूल लीक) की सूचना मिलने के बाद सभी संबंधित विभागों को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया है. इससे पहले खबर आई कि इंफाल घाटी में एक बिजली केंद्र से बड़ी मात्रा में ईंधन रिसकर इसके पास बहने वाली जलधाराओं में मिल गया.
तत्काल आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश
इस संबंध में अधिकारियों ने जानकारी दी और बताया कि यह घटना बुधवार रात कांगपोकपी जिले के लेइमाखोंग बिजली केन्द्र पर हुई. रिसाव से कांटो सबल और सेकमाई जैसे गांवों से गुजरने वाली जलधाराएं पर प्रभाव पड़ा है. ये जलधाराएं इंफाल नदी में जाकर मिलती हैं जो इस क्षेत्र के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने संबंधित विभागों को तंत्र, श्रमशक्ति और विशेषज्ञों के रूप में उपलब्ध सभी संसाधनों का उपयोग करने का आदेश दिया है. पर्यावरणीय आपदा को रोकने के लिए तत्काल आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.
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प्रभावित जलधाराओं का प्रवाह मैदानों की ओर मोड़ने का प्रयास
मामले को लेकर एक अधिकारी ने कहा कि प्रभावित जलधाराओं का प्रवाह मैदानों की ओर मोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए भारी तंत्र तैनात किया गया है. अभी यह पता नहीं चल सका है कि किसी शरारती तत्व ने घटना को अंजाम दिया है या यह सिर्फ एक दुर्घटना है. मामले पर स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है, उनका कहना है कि इन जलाधारओं में बहने वाले पानी का उपयोग वह घर में होने वाले काम-काज में करते हैं. ईंधन के रिसाव से न केवल जलीय जीवन पर बल्कि इस पर निर्भर रहने वाले लोगों पर भी बड़ा खतरा पैदा हो चुका है.
भाषा इनपुट के साथ
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