दिल्ली से हिमाचल तक बारिश से भारी तबाही, उफान पर नदियां, खिलौने की तरह बह रहे वाहन
हिमाचल प्रदेश राज्य में भारी बारिश के बाद भूस्खलन, घरों को नुकसान पहुंचाने और कई लोगों की मौत होने के एक दिन बाद मौसम विभाग ने सोमवार को अत्यंत भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं, दिल्ली में भी बीते दो दिनों से आफत की बरसात हो रही है. यमुना का जलस्तर काफी बढ़ गया है.
उत्तर भारत के कई राज्य बारिश से पानी-पानी हो गये हैं. दिल्ली, पंजाब और हिमाचल समेत कई राज्यों में भारी बारिश बाढ़ की स्थिति हो गई है. बीजे 24 घंटों से हो रही बारिश के कारण करोड़ों का नुकसान हो चुका है. वहीं बाढ़ और लैंडस्लाइड के कारण 50 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है. हिमाचल प्रदेश में आज यानी सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी बारिश का कहर जारी है.
#WATCH | Water level in Yamuna river reaches near danger mark at Old Railway Bridge. pic.twitter.com/oNfL7qwe1c
— ANI (@ANI) July 10, 2023
तेज बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में 300 से ज्यादा लोग फंसे हुए है. हिमाचल प्रदेश के मनाली में फंसे 20 लोगों को बचा लिया गया लेकिन पहाड़ी राज्य के विभिन्न हिस्सों में करीब 300 अन्य लोग फंसे हुए हैं. हिमाचल प्रदेश राज्य में भारी बारिश के बाद भूस्खलन, घरों को नुकसान पहुंचाने और कई लोगों की मौत होने के एक दिन बाद मौसम विभाग ने सोमवार को अत्यंत भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.
हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ देश का राजधानी दिल्ली भी जलमग्न है. दिल्ली की अधिकांश सड़कें पानी से लबालब हैं. आफत की बरसात के कारण हर तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है. राष्ट्रीय राजधानी में प्रगति मैदान सुरंग पर जलभराव के कारण जाम लगने के कारण इसे सोमवार को यातायात के लिए बंद कर दिया गया.
वहीं, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में सोमवार को लगातार तीसरे दिन बारिश हुई और अधिकारी संकट के समय में सबसे अधिक प्रभावित स्थानों पर लोगों तक पहुंचने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं. मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में सुबह से बारिश हो रही है.
उत्तर भारत में मूसलाधार बारिश के कहर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों से बात कर स्थिति का जायजा लिया जबकि कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने बारिश प्रभावित राज्यों के लिए पीएम केयर्स फंड से राहत की मांग की. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में मूसलाधार बारिश के कारण हुए जलभराव और यमुना के बढ़ते जलस्तर पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार सुबह जारी एक वीडियो में लोगों से अपील की कि वे भारी बारिश में घरों से बाहर निकलने से बचें, खासकर नदियों और नालों के पास.
इधर बारिश को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को घोषणा की कि यमुना के 206 मीटर के निशान को छूने पर नदी के आस-पास के निचले इलाकों से लोगों को निकालना शुरू किया जाएगा. उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि विशेषज्ञों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ की स्थिति संभवत पैदा नहीं होगी.
मूसलाधार बारिश और यमुना के बढ़ते जल स्तर पर बैठक करने के बाद केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार स्थिति पर निकटता से नजर रख रही है और इससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा अप्रत्याशित बारिश ने लोगों के लिए समस्या पैदा कर दी है और दिल्ली की प्रणाली इसे झेलने में सक्षम नहीं थी. बारिश के बाद हर साल कुछ इलाकों में पानी भर जाता है और कुछ ही घंटों में पानी निकल जाता है, लेकिन 153 मिलीमीटर बारिश अप्रत्याशित है. ऐसा करीब 40 साल पहले हुआ था.
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भारी बारिश के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हुआ. प्रभावित इलाकों में लोगों तक पहुंचने के लिए प्रशासन 24 घंटे काम कर रहा है. मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में सुबह से ही बारिश हो रही है.
अधिकारियों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण उत्पन्न हुई स्थिति को देखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने सभी पूर्व-निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और गृह, आपदा प्रबंधन और शहरी स्थानीय निकाय सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई.
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग सोमवार को भी लगातार तीसरे दिन बंद रहा. 270 किलोमीटर लंबे राजमार्ग पर यातायात बहाल करने के लिए मरम्मत का कार्य चल रहा है क्योंकि यह मार्ग हर मौसम में कश्मीर को पूरे देश से जोड़ता है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
भारी बारिश के कारण राजमार्ग पर जगह जगह हुए भूस्खलन और रामबन जिले के करीब पंथियाल सुरंग एवं चंबा-सिरी के करीब सड़क का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होने के चलते इसे शनिवार को वाहनों के आवगमन के लिए बंद कर दिया गया था. राजमार्ग पर हजारों वाहन फंसे हुए हैं. यातायात विभाग के एक अधिकारी ने कहा,चंबा-सिरी मार्ग को छोड़कर, जहां सड़क का 60 मीटर का एक हिस्सा ढह गया था, शेष राजमार्ग लगभग दुरूस्त है और यह वाहनों की आवाजाही के लिए ठीक है.
#WATCH | Himachal Pradesh: Mandi's Panchvaktra temple has been submerged in water due to a spate in the Beas river following incessant heavy rainfall. pic.twitter.com/sk7wjpbnah
— ANI (@ANI) July 10, 2023