हेरोन मार्क-1 ड्रोन से LAC की निगरानी कर रही भारतीय सेना, चीन की चालबाजियों पर पैनी नजर
Indian Army असम के मीसामारी आर्मी एविएशन बेस में भारतीय सेना हेरोन मार्क-1 ड्रोन से चीन से सीमा के पास वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) की निगरानी की जा रही है. एलएसी के करीब हेरोन मार्क-1 की तैनाती चीन की हरकतों पर पैनी नजर रखने के लिए की गई है. बता दें कि इस ड्रोन को भारत ने इजरायल से लिया है.
Indian Army असम के मीसामारी आर्मी एविएशन बेस में भारतीय सेना हेरोन मार्क-1 ड्रोन से चीन से सीमा के पास वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) की निगरानी की जा रही है. एलएसी के करीब हेरोन मार्क-1 की तैनाती चीन की हरकतों पर पैनी नजर रखने के लिए की गई है. बता दें कि इस ड्रोन को भारत ने इजरायल से लिया है.
हेरोन मार्क-1 ड्रोन लगभग 30 हजार फीट की उंचाई तक उड़ान भर सकते हैं. जिससे सीमा पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के कदमों पर नजर रखने के लिए बहुत मददगार हैं. सेना इस ड्रोन की मदद से सैकड़ों किमी दूर से ही दुश्मन सेना की तैयारियों और उनके द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य आदि पर नजर बना के रख सकती है. बताया जा रहा है कि यह दुर्गम क्षेत्रों में सेना की आंख की तरह काम करती है.
#WATCH | A Heron Mark 1 Unmanned Aerial Vehicle of the Indian Army operating at an aviation squadron in Misamari, Assam. The drones are deployed for surveillance along the China border in the sector. pic.twitter.com/1ESmt7yhX8
— ANI (@ANI) October 17, 2021
बता दें कि हाल ही में भारतीय सेना ने इजरायल से हेरोन मार्क-2 ड्रोन खरीदने के लिए भी सौदा किया है. चीन से सीमा पर जारी तनाव के बीच यह ड्रोन भारतीय सेना को चीनी सेना पर बढ़त देगा. किसी भी मौसम में यह ड्रोन उंचाई और लंबी दूरी तक यात्रा करने में सक्षम हैं.
उल्लेखनीय है कि जून 2020 में लद्दाख के गलवान में भारत और चीनी सेना के बीच हुई झड़प के बाद से ही वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव जारी है. भारत और चीन के सैन्य स्तरीय वार्ता के बीच अब तक 13वें की बातचीत के बाद भी इस विवाद का हल नहीं निकल पाया है. भारत से लगी सीमा पर चीनी सेना बड़े स्तर पर निर्माण कार्य कर रही है. साथ ही चीनी सेना की ओर से अन्य राज्यों से लगे सीमाओं पर भी लगातार सीमा उल्लंघन के मामले सामने आए हैं.
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