कोरोना के वयस्क मरीजों के इलाज के लिए Hetero की दवा TOCIRA को मिली आपात इस्तेमाल की मंजूरी
फार्मास्युटिकल फर्म का Tocilizumab का संस्करण ब्रांड नेम TOCIRA के नाम से बाजार में उपलब्ध होता है.
नयी दिल्ली : हैदराबाद स्थित दवा निर्माता कंपनी हेटेरो ने सोमवार को घोषणा की कि उसे कोरोना के इलाज के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (ईयूए) प्राप्त हुआ है. अब इस कंपनी की गठिया विरोधी दवा, टोसीलिज़ुमाबी का कोरोनोवायरस बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती वयस्कों के इलाज के लिए उपयोग किया जा सकेगा.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार,विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जुलाई में गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 रोगियों के लिए इस दवा के इस्तेमाल की सिफारिश की थी. हेटेरो ग्रुप के चेयरमैन डॉ पी सारथी रेड्डी ने एक बयान में कहा कि टोसीलिज़ुमैब की वैश्विक कमी के कारण भारत में आपूर्ति सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अनुमोदन बेहद महत्वपूर्ण था.
डॉ रेड्डी ने कहा कि हम Hetero के Toilizumab के अनुमोदन से प्रसन्न हैं. यह हमारी तकनीकी क्षमताओं और कोविड-19 देखभाल के लिए प्रासंगिक महत्वपूर्ण चिकित्सा विज्ञान लाने की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है. हम समान वितरण सुनिश्चित करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे.
फार्मास्युटिकल फर्म का Tocilizumab का संस्करण ब्रांड नेम TOCIRA के नाम से बाजार में उपलब्ध होता है. उन्होंने कहा कि इसके लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी यह सुनिश्चित करेगा कि चिकित्सक इसका उपयोग वयस्क कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए कर सकते हैं, जो अस्पताल में भर्ती हैं, और उन्हें पूरक ऑक्सीजन, मैकेनिकल वेंटिलेशन, या एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन (EMO) की आवश्यकता होती है.
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TOCIRA की मार्केटिंग Hetero Healthcare द्वारा किया जायेगा, जो Hetero Group के तहत एक सहयोगी कंपनी है, जिसे देश भर के वितरण नेटवर्क का समर्थन प्राप्त है. इस बीच, इसका निर्माण, समूह की बायोलॉजिक्स शाखा, हेटेरो बायोफार्मा की जिम्मेदारी होगी, जो हैदराबाद के जडचेरला में स्थित अपनी समर्पित बायोलॉजिक्स सुविधा में किया जायेगा.
हेटेरो हैदराबाद की कई कंपनियों में से एक है जो संक्रामक बीमारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में शामिल हैं. भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड और डॉ रेड्डीज लैब्स अन्य दो हैं. यह रासायनिक और जैविक दवाओं के अनुसंधान और विकास, निर्माण और विपणन में लगा हुआ है. यह सक्रिय दवा सामग्री (एपीआई) के विश्व स्तर पर सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है.
Posted By: Amlesh Nandan.