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कर्नाटक में फिर हिजाब को लेकर मचा बवाल! सिद्धारमैया सरकार के फैसले पर बीजेपी हुई हमलावर

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के हिजाब प्रतिबंध हटाने के बयान पर कर्नाटक के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा है कि किसी ने भी सिद्धारमैया से हिजाब के फैसले को वापस लेने की मांग नहीं की. उसके बाद भी सरकार ने मामले को लेकर फैसला ले लिया.

कर्नाटक में एक बार फिर हिजाब का मामला गरमाया हुआ है. बीजेपी ने क्लास में हिजाब पहनने पर लगाए गए प्रतिबंध हटाने के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. पाटी की ओर से कहा गया कि यह शिक्षण संस्थानों की ‘धर्मनिरपेक्ष प्रकृति’ के प्रति चिंता पैदा करता है. मामले को लेकर कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने प्रतिक्रिया दी है. शनिवार को उन्होंने हिजाब विवाद पर निशाना साधते हुए पिछली बीजेपी सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को रद्द करने के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के फैसले का समर्थन किया. आपको बता दें कि प्रियांक खड़गे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे हैं.

राज्य में शरिया कानून की स्थापना : गिरिराज सिंह

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा कर्नाटक में हिजाब पर प्रतिबंध नहीं लगाने की घोषणा पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह केवल हिजाब पर प्रतिबंध हटाना नहीं है बल्कि राज्य में शरिया कानून की स्थापना है. यदि राहुल गांधी, कांग्रेस और आईएनडीआई गठबंधन बनाते हैं और देश में सरकार बनेगी तो इस्लामिक कानून लागू होगा.

हिजाब के फैसले को वापस लेने की मांग

कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया के हिजाब प्रतिबंध हटाने के बयान पर कर्नाटक के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि किसी ने भी सिद्धारमैया से हिजाब के फैसले को वापस लेने की मांग नहीं की. सभी समुदाय एक साथ हैं. क्लास में पढ़ाई करने के लिए यूनिफार्म की जरुरत होती है, सिर्फ मुस्लिम समुदाय को खुश करने के लिए सिद्धारमैया ने जल्दबाजी में ये फैसला लिया है जिसकी मैं निंदा करता हूं. येदियुरप्पा ने कहा कि फैसले को तुरंत वापस लेना चाहिए. आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता उन्हें सबक सिखाएगी.


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फैसले का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं

इस बीच कर्नाटक के कानून मंत्री एचके पाटिल ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा दिया गया बयान कानून के अनुरूप है और हमारी पिछली शैली की तरह भी है. हिजाब के बारे में पिछली सरकार का फैसला पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण था और यह देश की धर्मनिरपेक्ष सोच के अनुरूप नहीं था. इस फैसले का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है.

कर्नाटक में हिजाब पर लगा प्रतिबंध 23 दिसंबर को हट जाएगा

आपको बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने शुक्रवार को हिजाब को लेकर एक ऐसी बात कही जो पूरे देश में चर्चा का केंद्र बन गई है. उन्होंने कहा कि राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने पर जारी प्रतिबंध 23 दिसंबर से हटा दिया जाएगा. साथ ही सीएम ने यह भी कहा कि पहनने और भोजन का मामला निजी होता है. मैसूरु जिले के नंजनगुड में तीन पुलिस थानों के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री ने उक्त बातें कही.

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