कर्नाटक में एक बार फिर हिजाब का मामला गरमाया हुआ है. बीजेपी ने क्लास में हिजाब पहनने पर लगाए गए प्रतिबंध हटाने के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. पाटी की ओर से कहा गया कि यह शिक्षण संस्थानों की ‘धर्मनिरपेक्ष प्रकृति’ के प्रति चिंता पैदा करता है. मामले को लेकर कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने प्रतिक्रिया दी है. शनिवार को उन्होंने हिजाब विवाद पर निशाना साधते हुए पिछली बीजेपी सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को रद्द करने के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के फैसले का समर्थन किया. आपको बता दें कि प्रियांक खड़गे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे हैं.
राज्य में शरिया कानून की स्थापना : गिरिराज सिंह
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा कर्नाटक में हिजाब पर प्रतिबंध नहीं लगाने की घोषणा पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह केवल हिजाब पर प्रतिबंध हटाना नहीं है बल्कि राज्य में शरिया कानून की स्थापना है. यदि राहुल गांधी, कांग्रेस और आईएनडीआई गठबंधन बनाते हैं और देश में सरकार बनेगी तो इस्लामिक कानून लागू होगा.
#WATCH | On no hijab ban in Karnataka announced by CM Siddaramaiah, Union minister Giriraj Singh says,"…This is not merely lifting of the ban on hijab but the establishment of Sharia law in the state. If Rahul Gandhi, Congress and INDI alliance form govt in the country, then… pic.twitter.com/jdCyI0WB5Y
— ANI (@ANI) December 23, 2023
हिजाब के फैसले को वापस लेने की मांग
कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया के हिजाब प्रतिबंध हटाने के बयान पर कर्नाटक के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि किसी ने भी सिद्धारमैया से हिजाब के फैसले को वापस लेने की मांग नहीं की. सभी समुदाय एक साथ हैं. क्लास में पढ़ाई करने के लिए यूनिफार्म की जरुरत होती है, सिर्फ मुस्लिम समुदाय को खुश करने के लिए सिद्धारमैया ने जल्दबाजी में ये फैसला लिया है जिसकी मैं निंदा करता हूं. येदियुरप्पा ने कहा कि फैसले को तुरंत वापस लेना चाहिए. आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता उन्हें सबक सिखाएगी.
#WATCH | Bengaluru: On Karnataka CM Siddaramaiah's statement to lift the hijab ban, former Karnataka CM BS Yediyurappa says, "Nobody demanded Siddaramaiah to withdraw this hijab decision. All the communities are together. To attend the classes, the same uniform is required, this… pic.twitter.com/HgzdleIIkv
— ANI (@ANI) December 23, 2023
फैसले का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं
इस बीच कर्नाटक के कानून मंत्री एचके पाटिल ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा दिया गया बयान कानून के अनुरूप है और हमारी पिछली शैली की तरह भी है. हिजाब के बारे में पिछली सरकार का फैसला पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण था और यह देश की धर्मनिरपेक्ष सोच के अनुरूप नहीं था. इस फैसले का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है.
#WATCH | Bengaluru: On Karnataka CM Siddaramaiah's statement to lift the hijab ban, Karnataka Law Minister HK Patil says, "The statement made by the CM is in tune with the law and also our earlier style. The decision will be announced soon but the line of thinking of the CM is in… pic.twitter.com/0fe3Uus6xO
— ANI (@ANI) December 23, 2023
कर्नाटक में हिजाब पर लगा प्रतिबंध 23 दिसंबर को हट जाएगा
आपको बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने शुक्रवार को हिजाब को लेकर एक ऐसी बात कही जो पूरे देश में चर्चा का केंद्र बन गई है. उन्होंने कहा कि राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने पर जारी प्रतिबंध 23 दिसंबर से हटा दिया जाएगा. साथ ही सीएम ने यह भी कहा कि पहनने और भोजन का मामला निजी होता है. मैसूरु जिले के नंजनगुड में तीन पुलिस थानों के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री ने उक्त बातें कही.