हिमाचल प्रदेश के सीएम ने शिमला की तबाही का जिम्मेदार ‘बिहारियों’ को ठहराया, BJP ने जमकर लताड़ा
हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है. ऐसे में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के एक टिप्पणी ने नई राजनीतिक बयानों की बारिश शुरू कर दी है. जानें क्या है वह बयान...
Himachal Pradesh Flood : हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है. ऐसे में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के एक टिप्पणी ने नई राजनीतिक बयानों की बारिश शुरू कर दी है. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से एक शिमला में तबाही के लिए कथित तौर पर बिहार के निर्माण श्रमिकों को जिम्मेदार ठहराया था. इसके बाद बीजेपी की तरफ से भी प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गयी है.
”कांग्रेस ने अपना असली रंग दिखा दिया”
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से हुई तबाही के लिए बिहार के लोगों को ‘दोषी’ ठहराकर और उनका अपमान कर अपना असली रंग दिखा दिया है. ठाकुर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की उस कथित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिसमें उन्होंने हिमाचल के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से एक शिमला में तबाही के लिए बिहार के निर्माण श्रमिकों को जिम्मेदार ठहराया था.
”लोगों का अपमान करने का कोई अधिकार नहीं”
केंद्रीय मंत्री अनुसार ठाकुर ने यहां जी-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल ‘भारत मंडपम’ के दौरे के इतर संवाददाताओं से कहा, ‘कांग्रेस ने अपना असली रंग दिखा दिया है. किसी भी मुख्यमंत्री को बिहार के लोगों का अपमान करने का कोई अधिकार नहीं है, चाहे वह अरविंद केजरीवाल हों या सुखविंदर सुक्खू.’ अनुराग ठाकुर ने कहा कि बिहार के लोगों ने राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, चाहे वे मजदूर हों या आईएएस और आईपीएस अधिकारी या मीडियाकर्मी हों.
20-21 अगस्त को हिमाचल प्रदेश का दौरा करेंगे अनुराग ठाकुर
बता दें कि सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कथित तौर पर कहा था, ‘‘प्रवासी आर्किटेक्ट (राजमिस्त्री), जिन्हें मैं ‘बिहारी आर्किटेक्ट’ कहता हूं, यहां आते हैं और फ्लोर पर फ्लोर का निर्माण करते हैं. हमारे पास स्थानीय राजमिस्त्री नहीं हैं.’’ ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश में राहत और पुनर्वास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, न कि राजनीति में शामिल होना चाहिए. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह 20-21 अगस्त को हिमाचल प्रदेश का दौरा करेंगे और आपदा से प्रभावित लोगों से मिलेंगे.
शिव मंदिर के मलबे से एक और शव बरामद
हिमाचल प्रदेश के शिमला में शिव मंदिर के मलबे से एक और शव बरामद होने और चंबा जिले में दो और लोगों की मौत के बाद प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 74 हो गयी. शिमला में ही तीन जगहों– समर हिल में स्थित शिव मंदिर तथा फागली और कृष्णनगर में हुए भूस्खलन की वजह से 21 लोगों की मौत हुई है. मंदिर के मलबे में अब भी आठ लोगों के दबे होने की आशंका है.
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शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बुधवार को समर हिल भूस्खलन स्थल पर श्रमिकों ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला में गणित विभाग के प्रमुख पीएल शर्मा का शव निकाला. राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र के अनुसार, चंबा जिले में बारिश से संबंधित दो मौतों की सूचना मिली है जिसके बाद पिछले चार दिनों में प्रदेश में जान गंवाने वालों की संख्या 74 हो गई है.
प्रदेश में बीते तीन दिनों के दौरान भारी बारिश दर्ज की गई जो रविवार से शुरू हुई. मंगलवार के बाद बारिश कम हुई है. बृहस्पतिवार को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई. प्रदेश में 24 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से बारिश से संबंधित घटनाओं में 217 लोगों की मौत हो गई है. गांधी ने बताया कि शिमला में अभियान जारी है. उन्होंने बताया कि अब तक समर हिल से 14 शव, फागली से पांच शव और कृष्णा नगर से दो शव बरामद किए गए हैं. सेना, वायु सेना और अन्य बचाव कर्मियों ने बाढ़ प्रभावित कांगड़ा जिले के फतेहपुर और इंदौरा के पोंग बांध से 309 लोगों को निकाला है.
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पिछले तीन दिनों में इन इलाकों से 2074 लोगों को निकाला गया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को मंडी जिले के सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के मटेहड़ी, बालद्वारा, मसेरन और जुकैन के बारिश और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और वहां लोगों से मुलाकात की. उन्होंने लोगों को सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया. प्रमुख सचिव (राजस्व) ओंकार चंद शर्मा ने बुधवार को कहा कि मानसून मौसम के दौरान हुआ नुकसान 7,500 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.
सोर्स : भाषा इनपुट