Himachal Election: सोलन से चुनावी बिगुल बजाएगी प्रियंका गांधी, जानिए हिमाचल में अबकी बार किसकी सरकार?

1985 के समीकरण पर भरोसा करते हुए कांग्रेस इस बार सत्ता में आने को लेकर आश्वस्त है. हालांकि, पार्टी राज्य में नेतृत्व संकट का सामना कर रही है और पार्टी के कई दिग्गज नेताओं को भाजपा में जाते हुए भी देखा है. बता दें कि 1985 के चुनाव के बाद हिमाचल में हर पांच साल पर सत्ता परिवर्तन होता आया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 7, 2022 11:30 AM
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Himachal Election: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा 10 अक्टूबर से हिमाचल प्रदेश के सोलन से चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगी और राज्य में एक रैली को संबोधित करेंगी. चूंकि राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं इसलिए उम्मीद जतायी जा रही है कि प्रियंका गांधी हिमाचल चुनाव की कमान संभाल सकती है. बता दें कि हिमाचल में पहला चुनाव होगा जो वीरभद्र सिंह के बिना होगा. हालांकि, कांग्रेस ने उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है.

हर पांच साल में बदली है हिमाचल की सरकार

बता दें कि 1985 के समीकरण पर भरोसा करते हुए कांग्रेस इस बार सत्ता में आने को लेकर आश्वस्त है. हालांकि, पार्टी राज्य में नेतृत्व संकट का सामना कर रही है और पार्टी के कई दिग्गज नेताओं को भाजपा में जाते हुए भी देखा है. बता दें कि 1985 के चुनाव के बाद हिमाचल में हर पांच साल पर सत्ता परिवर्तन होता आया है. अब ऐसे में कांग्रेस को उम्मीद है कि हिमाचल प्रदेश की जनता फिर से सत्ता परिवर्तन कर पुरानी रीत अपनाएगी, तो बीजेपी भी दुबारा सत्ता में आने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए है.

कई कांग्रेस नेताओं ने थामा बीजेपी का दामन

बीते दिनों कांग्रेस पार्टी से नवीनतम हाई-प्रोफाइल नेता, वफादार और तीन बार के विधायक हर्ष महाजन ने बीजेपी का दामन थाम लिया था, जिन्होंने एक दशक से अधिक समय तक वीरभद्र सिंह के तहत जमीनी स्तर पर पार्टी के संगठन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. बता दें कि हर्ष महाजन कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद के भी करीबी हैं, महाजन से पहले, दलबदल करने वाले नेता पांच बार के विधायक राम लाल ठाकुर, मौजूदा विधायक लखविंदर राणा और मौजूदा विधायक पवन काजल थे.

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भ्रष्टाचार, बेरोजगारी जैसे प्रमुख मुद्दों पर कांग्रेस लड़ेगी चुनाव

दिलचस्प बात यह है कि महाजन और काजल दोनों को दो अन्य राजिंदर राणा और विनय कुमार के साथ राज्य कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, जब वीरभद्र सिंह की पत्नी तीन बार सांसद प्रतिभा सिंह को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. एआईसीसी प्रवक्ता अलका लांबा ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और सरकार का खराब प्रदर्शन प्रमुख मुद्दों में से एक होगा.

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