Himachal Politics: सुक्खू सरकार पर मंडराया खतरा, कांग्रेस के 6 बागी MLA BJP में शामिल, क्या है विधानसभा में स्थिति
Himachal Politics: हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर खतरा मंडराने लगा है. ऐसी स्थिति तब बनी जब कांग्रेस के 6 बागी विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया. बीजेपी में शामिल होने वाले सभी कांग्रेसी विधायक वही हैं, जिन्होंने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी, जिससे कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को हार का सामना करना पड़ा था. हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के पास कुल 39 विधायक थे, लेकिन अब केवल 33 रह गए हैं. वैसे में सरकार पर बहुमत का खतरा मंडराने लगा है.
Himachal Politics: हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ते राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस के छह अयोग्य विधायक और इस्तीफा दे चुके तीन निर्दलीयों समेत 9 पूर्व विधायक शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राजीव बिंदल की उपस्थिति में पूर्व विधायक पार्टी में शामिल हुए. सभी विधायकों को शिमला में भव्य स्वागत किया गया.
विधानसभा में बीजेपी का बढ़ रहा कुनबा
कांग्रेस के 6 बागी समेत कुल 9 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने से विधानसभा में भाजपा की शक्ति बढ़ गई है. उसके पास 25 से बढ़कर अब 34 विधायक हो गए हैं. जबकि सत्तारूढ़ सुक्खू सरकार के पास केवल 33 विधायक हैं. वैसे में बीजेपी सरकार बनाने का दावा ठोक सकती है. हिमाचल के एलओपी और बीजेपी नेता जयराम ठाकुर ने कहा, राज्य में एक बहुत ही अलग राजनीतिक स्थिति है. वास्तविकता यह है कि कांग्रेस पार्टी के पास बहुमत नहीं है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि वे राज्यसभा सीट हार गए हैं, साथ ही बजट पास कराने के लिए उन्हें 15 बीजेपी विधायकों को निलंबित करना पड़ा.
इन विधायकों ने बीजेपी का दामन थामा
कांग्रेस के जो छह बागी विधायक भाजपा में शामिल हुए हैं उनमें सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, राजेंद्र राणा, इंद्र दत्त लखनपाल, चैतन्य शर्मा और देवेंद्र कुमार भुट्टो शामिल हैं. तीन निर्दलीय विधायकों – आशीष शर्मा, होशियार सिंह और के एल ठाकुर भी भाजपा में शामिल हुए.
9 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने के बाद क्या है स्थिति
कांग्रेस के 6 विधायकों की अयोग्यता के बाद अब 62 सदस्यीय हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों की संख्या 39 से कम होकर 33 रह गयी है. विधानसभा में मूल रूप से 68 सदस्यीय है. भाजपा के 25 विधायक हैं. बहुमत परीक्षण के दौरान दोनों पक्षों के बराबरी पर रहने की सूरत में ही अध्यक्ष वोट कर सकते हैं और अभी अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी के हैं.