हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में बीते दिनों भारी बारिश से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई थी. जिसके कारण कई यात्री फंस गए थे. ऐसे में आज छत्रू से 105 यात्रियों को बचाया गया. सभी यात्रियों को कोकसर पहुंचाया गया, जबकि वाहन चालकों सहित 30 यात्रियों को डोहरनी से वापस छतड़ू भेजा गया. एक वाहन मलबे की चपेट में आ गया. मामले को लेकर लाहौल-स्पीति के एसपी मानव वर्मा ने कहा, जिले के छत्रू क्षेत्र में बाढ़ के बीच एक अवरुद्ध राजमार्ग के कारण फंसे होने के बाद पुलिस और नागरिक प्रशासन की ओर से संयुक्त बचाव अभियान में छत्रू से 105 यात्रियों को बचाया गया.
अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश और अचानक बाढ़ आने के बाद दोरनी नदी में जल स्तर बढ़ने के कुछ घंटों बाद पर्यटकों को कोकसर ले जाया गया. बोल्डर गिरने से खड़ी एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई. हालांकि ड्राइवर सुरक्षित है. पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा ने कहा, “सभी फंसे हुए लोगों को लगभग 1: 30 बजे तक बचा लिया गया. वे सभी सुरक्षित हैं.” उन्होंने कहा कि उन्हें पर्याप्त भोजन और रसद प्रदान की गई है.
Himachal Pradesh | 105 passengers rescued from Chattru in a joint rescue operation by Police & Civil admin after they were stranded due to a blocked highway amid flash floods in Chhattru area of Lahaul-Spiti district: Manav Verma, SP, Lahaul-Spiti pic.twitter.com/3enZQOByOr
— ANI (@ANI) August 1, 2022
Also Read: हिंसा के प्रति जीरो टॉलरेंस, बंदूक का जवाब बंदूक से ही मिलेगा, आतंकवाद पर बोले तमिलनाडु के राज्यपाल
अधिकारियों ने कहा कि अचानक बाढ़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग 505 को यातायात बाधित कर दिया, जो सिसु को नाको से जुड़ता है. अधिकारियों को तीन घंटे का संयुक्त बचाव अभियान शुरू करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), जिला प्रशासन और राज्य पुलिस ऑपरेशन में शामिल थे. अधिकारियों ने कहा कि लाहुलाल और स्पीति जिले में चार स्थानों से अचानक बाढ़ आने की खबर के बावजूद बीआरओ ने बचाव के लिए तीन ट्रकों को लगाया और नौ सड़कों को अवरुद्ध कर दिया. आपको बता दें कि राज्य के मंत्री राम लाल मारकंडा अचानक बाढ़ के कारण सड़क संपर्क टूट जाने के बाद मियार घाटी में फंसे हुए थे.