हिमाचल प्रदेश: हमीरपुर जिले के कई गांवों में दूषित पानी पीने से करीब 150 लोग बीमार, जानें पूरा मामला
ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) डॉ.के .के. शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तीन टीमों को मौके पर भेजा गया है, जिनमें से दो टीमें नादौन अस्पताल में भेजी गई हैं जबकि एक टीम रेल अस्पताल में तैनात की गई है. उन्होंने बताया कि मरीजों का इलाज किया जा रहा है और पानी के नमूने जांच के लिए भेजे गये हैं
Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में नादौन सब डिवीजन के अंतर्गत आने वाले जोल-साप्पड, रंगस और कंदरौला पंचायतों में कथित तौर पर दूषित पानी पीने से करीब 150 लोग बीमार हो गए हैं. इन पंचायतों में पेयजल की आपूर्ति पेयजल योजना के तहत की जा रही थी. खबरों के मुताबिक बान्ह, जंगदी गुजरन, जंदाली, राजपूतन, पन्याला, पथियालू, रंगस चौकी हार, थाइन और संकर सहित करीब एक दर्जन गांवों के लोग दूषित जल पीने से प्रभावित हुए हैं और बीमारों की संख्या और बढ़ सकती है.
पिछले तीन दिन से उल्टी और दस्त की शिकायत
इन गांवों के लोग पिछले तीन दिन से उल्टी और दस्त की शिकायत कर रहे हैं और उनका आरोप है कि दूषित पानी पीने से यह समस्या उत्पन्न हुई है. ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) डॉ.के .के. शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तीन टीमों को मौके पर भेजा गया है, जिनमें से दो टीमें नादौन अस्पताल में भेजी गई हैं जबकि एक टीम रेल अस्पताल में तैनात की गई है. उन्होंने बताया कि मरीजों का इलाज किया जा रहा है और पानी के नमूने जांच के लिए भेजे गये हैं और दस्त-उल्टी की वजह जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही पता चलेगी.
Also Read: PM Modi In NCC Rally: एनसीसी पीएम रैली में शामिल हुए पीएम मोदी, 75 रुपये के स्मारक सिक्का किया जारी
बीमार लोगों को उचित इलाज मुहैया कराने की कोशिश
हमीरपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी आर.के.अग्निहोत्री ने कहा कि बीमार लोगों को उचित इलाज मुहैया कराने की कोशिश की जा रही है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी संजय जगोटा ने लोगों को उबालकर पानी पीने की सलाह दी है और कहा कि क्लोरिन की गोलियां बांटी जा रही है ताकि उन जलस्रोतों की सफाई सुनिश्चित हो सके जहां से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू जो नादौन से विधायक भी हैं ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को मरीजों की उचित देखभाल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि दवाओं या अन्य जरूरी सामान की कमी नहीं हो.