Himachal Cloud Burst: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाना इलाकों, मंडी के पधर और शिमला जिले के रामपुर में बादल फटे. इस बीच मौसम विभाग ने कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश, गरज के साथ छींटे और बिजली गिरने को लेकर ‘रेड अलर्ट’ जारी किया. मौसम विज्ञान ने कांगड़ा, चंबा, कुल्लू और मंडी जिलों में बृहस्पतिवार को भारी बारिश का ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है. राज्य में अगले चार-पांच दिन बारिश जारी रहने का अनुमान है. बुधवार रात को श्रीखंड महादेव के पास बादल फटने से सरपारा, गानवी और कुर्बन नालों में अचानक बाढ़ आ गई, जिस कारण शिमला में रामपुर उपमंडल के समेज खुड (नाला) में जलस्तर बढ़ने से दो लोगों की मौत हो गयी तथा 30 अन्य लापता हो गये.
मलबे में दबी कई गाड़ियां
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने के बाद राज्य में भारी तबाही मची. भुस्खलन के कारण सड़कों पर कई गाड़ियां छतिग्रस्त हुईं. चंबा में सड़क पर कई गाड़ियां भुस्खलन की चपेट में आ गईं. सोशल मीडिया में जो वीडियो वायरल हो रही हैं, उसके साफ देखा जा सकता है कि गाड़ियां मलबे में पूरी तरह से दब गई हैं.
मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग क्षतिग्रस्त
भूस्खलन के कारण मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया है. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल, पुलिस और होम गार्ड ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है और लापता लोगों की तलाश के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. मंडी जिले में पधर उपमंडल के तेरांग के समीप राजबन गांव में बुधवार रात को बादल फटने की एक अन्य घटना में तीन लोगों की मौत हो गयी तथा सात अन्य लोग लापता हो गए। दो मकान भी बह गए जबकि एक अन्य मकान क्षतिग्रस्त हो गया. कुल्लू जिले में बादल फटने की एक अन्य घटना में सात लोग लापता हो गए.
बादल फटने से पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ा
मणिकरण घाटी के मलाणा क्षेत्र में बादल फटने के बाद पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ गया है. बादल फटने के बाद राज्य में आयी भारी तबाही से निपटने के लिए सीआईएसएफ और एनडीआरएफ की टीमें लगी हैं. बचाव अभियान में शामिल CISF अधिकारी जेपी सिंह ने बताया हमारी 20 लोगों की संयुक्त टीम यहां पहुंच गई है, NDRF की टीम भी मौजूद है. बचाव अभियान जारी है.
हिमाचल प्रदेश में कहां कितनी बारिश हुई
हिमाचल प्रदेश में कई हिस्सों में बुधवार शाम से ही भारी बारिश हो रही है. राज्य में पालमपुर में सबसे अधिक 212 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी. इसके बाद चौरी में 203 मिमी, धर्मशाला में 183.2 मिमी, जोगिंदरनगर में 161 मिमी, कांगड़ा में 150 मिमी, सुजानपुर टीरा में 142 मिमी, बैजनाथ में 135 मिमी, पोंटा साहिब में 121.2 मिमी, नाहन में 98.9 मिमी, कुफरी में 84.5 मिमी, शिमला में 64.6 मिमी, सैंज में 61 मिमी, बिलासपुर में 56 मिमी और बरठी में 50 मिमी बारिश दर्ज की गयी.
27 जून के बाद हिमाचल प्रदेश में बारिश से अबतक 65 लोगों की हो चुकी है मौत
हिमाचल प्रदेश के आपात अभियान केंद्र के अनुसार, मंगलवार तक दर्ज आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 27 जून को मानसून के पहुंचने के बाद से बारिश से जुड़ी घटनाओं में 65 लोग मारे जा चुके है. प्रदेश को 433 करोड़ रुपये का नुकसान भी पहुंचा है.