Himachal Pradesh Election: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिये है. वर्तमान की बीजेपी सरकार जहां एक ओर फिर से चुनाव जीतकर सत्ता में आना चाहेगी, वहीं कांग्रेस चार दशक पुराने आंकड़ों के अनुसार सत्ता पर कब्जा करना चाहिए. कुल 68 विधानसभा सीटों के चुनाव की राह इस बार और कठिन दिख रही है. बीजेपी और कांग्रेस के अलावा हिमाचल प्रदेश की राजनीति में इस बार आम आदमी पार्टी भी सेंध लगाने की कोशिश में है. अब ऐसे में यह तो कहा जा सकता है कि दोनों प्रमुख दल (बीजेपी और कांग्रेस) के वोट बैंक को नुकसान झेलना पड़ सकता है.
1985 से हर बार हिमाचल प्रदेश में हुआ है सत्ता परिवर्तन
चुनाव के हरेक बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुए सभी राजनीतिक दल इस बार जनता को अपनी ओर करने की हर संभव प्रयास कर रही है. साल 2017 के विस चुनाव में बीजेपी ने 44 सीटों पर जीतकर सरकार बनायी थी, वहीं कांग्रेस को 21 सीट मिली थी. बीजेपी ने जयराम ठाकुर के नेतृत्व में राज्य में सरकार बनायी. लेकिन अगर आंकड़ों पर जाए तो 1985 से लेकर 2017 तक हर बार हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ है और आईएनसी और एनडीए की सरकार चुनकर आयी है. 1985 के चुनाव के बाद से हिमाचल प्रदेश में अब तक 6 बार चुनाव हुए है और हर बार सरकार बदली है.
हिमाचल प्रदेश में अबकी बार किसकी सरकार?
1985 की वीरभद्र सरकार के बाद 1990 के विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी की सरकार चुनकर आयी और शांता कुमार के नेतृत्व में सरकार बनी. हालांकि यह सरकार ज्यादा दिन तक नहीं चली और लगभग ढाई साल तक चली इस सरकार के गिर जाने के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया. उसके बाद से ऐसा कभी भी नहीं हुआ है कि हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सरकार लगातार दूसरी बार सत्ता में आयी हो. साल 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले 2012 में भी राज्य में INC की सरकार थी. अब ऐसे में हिमाचल की जनता के मिजाज के अनुसार ऐसी प्रबल संभावना जतायी जा रही है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार में आ सकती है.
बड़ा रोल निभा सकती है आम आदमी पार्टी
हालांकि, इस बार के चुनाव में आम आदमी पार्टी की दावेदारी के बाकी दल सकते में है. दिल्ली के बाद पंजाब में आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन ने बाकी राजनीतिक दलों को सोचने पर विवश कर दिया है. बता दें कि दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चुनाव के मद्देनजर जिला मंडी का दौरा इसी साल अप्रैल माह में किया और जनता को वादा किया है कि अगर उनकी सरकार चुनकर आती है तो हर महीने 300 यूनिट फ्री बिजली और युवाओं को 6 लाख सरकारी रोजगार देंगे. अब देखने वाली बात यह है कि इस बार के चुनाव में बीजेपी दुबारा सत्ता पर काबिज रहेगी या चार दशक के आंकड़े के अनुसार कांग्रेस सत्ता में आएगी या अपने चुनावी वादों के बल पर आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश में नयी सरकार बनाएगी.