असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (CM Himanta Biswa Sarma) ने कांग्रेस को पुराने नोट करार देते हुए कहा है कि उसकी अकर्मण्यता ने देश को पीछे धकेल दिया. सरमा ने दावा किया कि कांग्रेस के शासन में पूर्वोत्तर क्षेत्र में ‘‘बमुश्किल ही विकास” हुआ, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह क्षेत्र समृद्धि की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने रविवार देर रात अगरतला विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उपचुनाव प्रचार रैली में कहा, ‘‘कांग्रेस पुराने नोट बन गई है, जिसे लोग छूना नहीं चाहते क्योंकि वे किसी काम के नहीं हैं.
कांग्रेस की अकर्मण्यता ने देश को पीछे धकेला: भाजपा ने इस सीट से वरिष्ठ नेता अशोक सिन्हा को चुनाव मैदान में उतारा है, जिनका मुकाबला कांग्रेस के उम्मीदवार सुदीप रॉय बर्मन से होगा. असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की अकर्मण्यता ने देश को पीछे धकेल दिया. उन्होंने कहा, ‘‘राजधानी एक्सप्रेस के लिए त्रिपुरा को इतने सालों तक इंतजार करना पड़ा. अब पूर्वोत्तर समृद्धि की ओर बढ़ रहा है.” रैली को त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने भी संबोधित किया.
प्रचार अभियान में शामिल होने के लिए रविवार सुबह यहां पहुंचे सरमा खराब मौसम के कारण युबराजनगर और सूरमा विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के लिए क्रमश: उत्तरी त्रिपुरा और धलाई जिलों में निर्धारित दो रैलियों को संबोधित नहीं कर सके. हालांकि, उन्होंने टाउन बारदोवली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री माणिक साहा के समर्थन में वहां रोड शो का नेतृत्व किया. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए, पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (एनईडीए) के अध्यक्ष ने चुटकी ली कि पार्टी 2014 से एक के बाद एक चुनाव हार रही है.
बीजेपी की तारीफ की: उन्होंने कहा, ‘‘क्या आपने पिछले 10 वर्ष में कांग्रेस के कोई चुनाव जीतने के बारे में सुना है? असम हो या उत्तर प्रदेश या उत्तराखंड, भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मतपत्रों की सभी लड़ाई जीत रही है.” सरमा ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की वंचितों के लिए शुरू की गईं कल्याणकारी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला और कहा कि गरीबों को ‘‘अब मुफ्त चावल के साथ-साथ मुफ्त टीकाकरण भी दिया जा रहा है”.
मतदाताओं से मांगा वोट: असम के मुख्यमंत्री ने त्रिपुरा की चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव में मतदाताओं से भाजपा उम्मीदवारों का समर्थन करने का आग्रह किया और त्रिपुरा को पूरी तरह से नए एवं विकसित राज्य में बदलने के लिए 10 साल का समय मांगा. चार विधानसभा क्षेत्रों के लिए उपचुनाव 23 जून को होने हैं. मतगणना 26 जून को होगी.