‘नॉर्थ-ईस्ट के मामले में कांग्रेस के हाथ खून से रंगे’, हिमंत बिस्वा सरमा ने बोला तगड़ा हमला
नॉर्थ-ईस्ट को नजरंदाज करने के लिए पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि जब दुनिया भारत की ओर उम्मीदों से देख रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2047 तक देश मजबूत राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में गलत समय और गलत तरीके से विपक्ष उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने नॉर्थ-ईस्ट के मुद्दे पर कांग्रेस पर तगड़ा हमला किया है. उन्होंने कहा, मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि प्रारंभिक वर्षों के दौरान कांग्रेस पार्टी द्वारा अपनाई गई गलत नीति के कारण, आज पूर्वोत्तर राज्य स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से हमारे क्षेत्र में मौजूद विभिन्न विवादों को हल करने में सक्षम नहीं है.
नॉर्थ-ईस्ट के मामले में कांग्रेस के हाथ खून से रंगे: सरमा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, जहां तक पूर्वोत्तर क्षेत्र का संबंध है, कांग्रेस के हाथ खून से रंगे हुए हैं, चाहे वह नागालैंड, मिजोरम, असम, मणिपुर या पूर्वोत्तर क्षेत्र के अन्य हिस्से हों. उन्होंने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा, पूर्वोत्तर में कांग्रेस की नीति की पहचान थी बांटो और राज करो.
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने पूर्वोतर को लेकर कांग्रेस पर बोला हमला
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने भी पूर्वोत्तर को लेकर कांग्रेस पर जोरदार हमला किया. उन्होंने नॉर्थ-ईस्ट को नजरंदाज करने के लिए पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि जब दुनिया भारत की ओर उम्मीदों से देख रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2047 तक देश मजबूत राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में गलत समय और गलत तरीके से विपक्ष उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है.
Also Read: ‘हम बाढ़ के लिए चीन, भूटान को दोष नहीं देते’, हिमंत बिस्वा सरमा का केजरीवाल पर निशाना
मणिपुर की स्थिति आज पैदा नहीं हुई बल्कि यह चिंगारी वर्षों पहले की है : रिजीजू
केंद्रीय मंत्री रिजीजू ने पूर्ववर्ती सरकारों पर पूर्वोत्तर क्षेत्र को नजरंदाज करने का आरोप लगाया और कहा कि 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद इस क्षेत्र का विकास हो रहा है और यह क्षेत्र भारत का विकास इंजन बनने की ओर बढ़ा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार ने पूर्वोत्तर क्षेत्र को मुख्यधारा के केंद्र में लाने का काम किया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मणिपुर की स्थिति आज पैदा नहीं हुई है बल्कि यह चिंगारी वर्षों पहले की है. उन्होंने भाजपा नीत सरकार आने के बाद पूर्वोत्तर के विकास और इस क्षेत्र में अलगाववाद को रोकने के लिए उठाये जाने वाले कार्यों का उल्लेख किया.
"The Congress hands so far Northeast region is concerned are full with blood whether it is Nagaland, Mizoram, Assam, Manipur or other parts of the Northeastern region," says Assam CM Himanta Biswa Sarma. pic.twitter.com/9K1sH7WhjT
— ANI (@ANI) August 8, 2023
9 साल में पूर्वोतर में अपहरण और अलगाववाद की घटनाएं कम हुईं
किरेन रिजीजू ने कहा, पिछले नौ वर्षो में पूर्वोत्तर में चरमपंथी, उग्रवादी गुटों से संबंधित आठ हजार से अधिक लोगों ने आत्मसमर्पण किया, इस क्षेत्र में अपहरण की घटनाओं में 81 प्रतिशत की कमी आई और अलगाववाद की घटनाओं में 76 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई. रिजीजू ने कहा कि प्रधानमंत्री का कहना है कि आने वाले दिनों में पूर्वोत्तर देश का विकास इंजन बनेगा. रिजीजू ने कहा कि अरूणाचल प्रदेश सहित पूर्वोत्तर और लद्दाख, कश्मीर तक केंद्र सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों, पुलों सहित आधारभूत ढांचे के विकास की दिशा में जोरदार काम किया और आज इन इलाकों तक आसानी से पहुंचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि पूरे सीमावर्ती क्षेत्रों में 4जी नेटवर्क को पूरा करने का कार्य अंतिम चरण में है. उन्होंने खेलों के विकास और विज्ञान एवं अंतरिक्ष क्षेत्रों में सरकार द्वारा उठाये गए कदमों एवं कार्यों का भी उल्लेख किया और खासतौर पर चंद्रयान-3 मिशन का जिक्र किया.
खरगे और राहुल की असम के कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को पार्टी की असम इकाई के नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बारे में चर्चा की गई. पार्टी मुख्यालय में हुई इस बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, पार्टी महासचिव एवं असम प्रभारी जितेंद्र सिंह, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा, सांसद गौरव गोगोई, अब्दुल खालिक और कई अन्य नेता मौजूद थे.