कैंसर यानी त्रासदी, कैंसर यानी इस सदी की मेडिकल साइंस के लिए सबसे बड़ी चुनौती, कैंसर यानी परिवार पर पहाड़ जैसा बोझ, कैंसर यानी मनोबल पर चोट, कैंसर यानी हर रोज मौत…
बावजूद इसके इस दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपने जज्बे, हौसले और साहस से इसका डट कर मुकाबला किया. खुद को टूटने नहीं दिया, कैंसर की जंग में वे अपने जज्बे से जीते और मनोबल ऐसा जैसे इन्होंने कैंसर को दो टूक में कहा कि, तुम हारोगे.. कैंसर डे पर हमने कैंसर को हराने वाले एक ऐसे नायक से बात की जो पिछले 20 सालों से कैंसर की लड़ाई लड़ रहे हैं. पूरी दुनिया में कैंसर के ऐसे मरीज रेयर ही मिलते हैं जिनमें एक रांची के हिमकर श्याम जी भी शामिल है. जिन्होंने अपने हौसले और जज्बे से कैंसर जैसे रोग को भी कहा.. तुम हारोगे.