Hindenburg Research: सेबी चीफ ने इस्तीफा क्यों नहीं दिया, क्या SC फिर करेगा जांच? राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर बोला हमला
Hindenburg Research: अमेरिका की शोध और निवेश कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की नई रिपोर्ट आने के बाद पूंजी बाजार नियामक सेबी एक बार फिर से सवालों के घेरे में है.
Hindenburg Research: हिंडनबर्ग रिसर्च की नई रिपोर्ट में सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर गंभीर आरोप लगाया है. इसी मामले पर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तगड़ा हमला बोला है. उन्होंने एक्स पर कई सवाल भी पूछे और सेबी अध्यक्ष माधवी पुरी बुच के इस्तीफे की मांग कर दी.
राहुल गांधी ने एक्स पर क्या लिखा?
राहुल गांधी ने सेबी मामले में 2 मिनट 19 सेकंड का अपना एक वीडियो डाला. जिसमें उन्होंने सेबी और केंद्र सरकार पर एकसाथ हमला बोला. राहुल गांधी ने कहा, छोटे खुदरा निवेशकों की संपत्ति की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले प्रतिभूति विनियामक सेबी की ईमानदारी को उसके अध्यक्ष के खिलाफ लगे आरोपों ने गंभीर रूप से ठेस पहुंचाई है.
देश भर के ईमानदार निवेशक सरकार से सवाल पूछ रहे हैं
- सेबी की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच ने अभी तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया?
- अगर निवेशक अपनी मेहनत की कमाई खो देते हैं, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा- प्रधानमंत्री मोदी, सेबी अध्यक्ष या गौतम अडानी?
- सामने आए नए और बेहद गंभीर आरोपों के मद्देनजर, क्या सुप्रीम कोर्ट इस मामले की फिर से स्वतः संज्ञान लेकर जांच करेगा?
अब यह पूरी तरह से स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री मोदी जेपीसी जांच से इतना क्यों डरते हैं और इससे क्या पता चल सकता है.
हिंडनबर्ग ने माधवी बुच पर क्या लगाया आरोप?
अमेरिकी शोध और निवेश फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने संदेह जताया है कि अदाणी समूह के खिलाफ कार्रवाई करने में पूंजी बाजार नियामक सेबी की अनिच्छा का कारण सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच और उनके पति की अदाणी समूह से जुड़े विदेशी कोष में हिस्सेदारी हो सकती है.