हिंदुत्ववादी नफरत और हिंसा फैलाते हैं, लेकिन अब और नहीं, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा
राहुल गांधी ने कहा कि भारत हिंसा के खिलाफ है और अब देश में धर्म के नाम पर हिंसा नहीं होनी चाहिए. हिंदू-मुसलमान-सिख-ईसाई इसकी क़ीमत चुकाते हैं. लेकिन अब और नहीं.
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि हिंदुत्ववादी हमेशा नफरत व हिंसा फैलाते हैं और हिंदू, मुसलमान, सिख और ईसाई इसकी कीमत चुकाते हैं. लेकिन अब बहुत हो गया अब और नहीं.
राहुल गांधी लगातार हिंदुत्वादियों पर चोट कर रहे हैं और कह रहे हैं कि ये लोग भारत को धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि भारत हिंसा के खिलाफ है और अब देश में धर्म के नाम पर हिंसा नहीं होनी चाहिए.
-
धर्म संसद में दिये गये नफरत भरे भाषण का राहुल गांधी ने विरोध किया
-
भारत हिंसा के खिलाफ है इसलिए देश में हिंसा नहीं होनी चाहिए
-
राहुल गांधी ने हैशटैग इंडिया अगेंस्ट हिंदुत्व के साथ ट्वीट किया
राहुल गांधी ने 17 से 20 दिसंबर तक हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में नफरत भरे भाषण दिये जाने का पुरजोर विरोध किया और कहा कि जूना अखाड़ा के यति नरसिंहानंद गिरि ने समारोह का आयोजन किया था, जो एक धर्म विशेष के खिलाफ नफरत भरे भाषण देने और हिंसा को उकसाने के मामले में पुलिस की जांच का सामना कर रहे हैं.
राहुल गांधी ने हैशटैग इंडिया अगेंस्ट हिंदुत्व और हरिद्वार हेट असेंबली के साथ हिंदी में ट्वीट किया, हिंदुत्ववादी हमेशा नफ़रत व हिंसा फैलाते हैं. हिंदू-मुसलमान-सिख-ईसाई इसकी क़ीमत चुकाते हैं. लेकिन अब और नहीं.
गौरतलब है कि राहुल गांधी पिछले काफी दिनों से हिंदू और हिंदुत्वादियों को अलग किया है और कहा है कि हिंदू हिंसा को पसंद नहीं करता, जबकि हिंदुत्वादी धर्म के नाम पर लोगों को बांटते हैं. राहुल गांधी को अपने इस बयान पर काफी विरोध का भी सामना पड़ा है.
आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने धर्म संसद में दिये गये नफरत वाले भाषणों की निंदा की और कहा कि यह निंदनीय है कि हमारे सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या करने और विभिन्न समुदायों के लोगों के खिलाफ हिंसा फैलाने की बात कहकर वे बच जाते हैं. इस तरह के कृत्य हमारे संविधान और कानून का उल्लंघन करते हैं.