जम्मू-कश्मीर में अशांति पैदा करने के साथ ही भारत में हुए कई आंतकी हमलों के जिम्मेदार प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई के साथ काम कर रहा है. भारत के हाथ लगे नए दस्तावेज में पाकिस्तान के इमरान सरकार की आईएसआई के साथ आतंकी सैयद सलाहुद्दीन की निकटता की पुष्टि हुई है.
टीओआई की खबर के मुताबिक, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने एक नया दस्तावेज प्राप्त किया है, जिसमें आतंकी संगठन हिजबुल के प्रमुख सैयद मुहम्मद यूसुफ शाह उर्फ सैयद सलाहुद्दीन को साथ काम करने का प्रमाण मिला है. भारत को यह दस्तावेज ऐसे मसय में मिला है जब अगले माह फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक होनी है. उम्मीद की जा रही है कि एफएटीएफ में पाकिस्तान की स्थिति और खराब हो सकती है, वह ब्लैकलिस्ट हो सकता है.
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को पाकिस्तान की खुफिया निदेशालय इस्लामाबाद द्वारा हाल ही में जारी एक पत्र मिला है. इसके मुताबिक, हिजबुल मुजाहिदीन चीफ सैयद सैयद सलाहुद्दीन आधिकारिक तौर पर आईएसआई के साथ जुड़ा हुआ है. निदेशक/कमांडिंग अधिकारी वजाहत अली खान के नाम से जारी पत्र में कहा गया है कि यह प्रमाणित है कि सैयद मुहम्मद यूसुफ शाह, अमीर हिजबुल मुजाहिदीन, इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई, इस्लामाबाद) के साथ काम कर रहे हैं. वह इस विभाग के अधिकारी हैं.
सलाहुद्दीन द्वारा इस्तेमाल किए गए वाहन का विवरण साझा करते हुए निर्देश है कि उन्हें सुरक्षा-वार मंजूरी दे दी गई है और अनावश्यक रूप से रोका नहीं जाना चाहिए. यह पत्र 31 दिसंबर 2020 तक वैलिड है. इस पत्र को हासिल करने के बाद भारतीय एजेंसियां बहुत उत्साहित हैं. कहा जा रहा है कि इस एफएटीएफ में रखकर पाकिस्तान और आतंकवाद का सांठगांठ को पोल खुलेगा.
गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों का वित्तपोषण करने के लिए धनशोधन के आरोप में पाकिस्तान स्थित हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन और 11 अन्य के खिलाफ 25 अगस्त को दिल्ली की एक अदालत में आरोप पत्र दायर किया है. इस मामले पर जल्द ही अदालत के सुनवाई करने की संभावना है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) कार्रवाई और भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत सलाहुद्दीन व अन्य के खिलाफ दायर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के आरोपपत्र का संज्ञान लेने के बाद इस मामले में धनशोधन का मामला दर्ज किया था.
Posted By: Utpal kant