प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक की जांच के लिए गृह मंत्रालय ने तीन सदस्यीय कमेटी बनायी
समिति का नेतृत्व मंत्रिमंडल सचिवालय के सचिव (सुरक्षा) सुधीर कुमार सक्सेना करेंगे. इसमें आईबी के संयुक्त निदेशक बलबीर सिंह और विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के महानिरीक्षक एस सुरेश भी शामिल होंगे. स
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में ‘गंभीर चूक’ की जांच के लिए गृह मंत्रालय ने तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है. समिति का नेतृत्व मंत्रिमंडल सचिवालय के सचिव (सुरक्षा) सुधीर कुमार सक्सेना करेंगे. इसमें गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) के संयुक्त निदेशक बलबीर सिंह और विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के महानिरीक्षक एस सुरेश भी शामिल होंगे. समिति को जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है.
बृहस्पतिवार को गृह मंत्रालय की समिति का गठन घटना के एक दिन बाद किया गया, जब पीएम मोदी को कुछ प्रदर्शनकारियों के द्वारा सड़क को अवरुद्ध किये जाने की वजह से 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहने के बाद पंजाब की अपनी यात्रा से वापस लौटना पड़ा. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस घटना को सुरक्षा में ‘बड़ी चूक’ करार दिया है. कहा है कि इसकी वजह से वीवीआईपी के लिए ‘गंभीर जोखिम’ पैदा हुआ.
पंजाब सरकार से तत्काल रिपोर्ट मांगी
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जिम्मेदारी तय करने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के अलावा पंजाब सरकार से तत्काल रिपोर्ट भी मांगी है. एक प्रवक्ता ने ट्वीट कर कहा, ‘गृह मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 05.01.2022 को फिरोजपुर, पंजाब की यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक, जिसके कारण वीवीआईपी के लिए गंभीर सुरक्षा जोखिम उत्पन्न हुआ, की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है.’
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार को तत्काल रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया. साथ ही कहा कि उसने (पंजाब सरकार ने) आवश्यक तैनाती सुनिश्चित नहीं की, जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान सुरक्षा प्रक्रिया में ऐसी लापरवाही अस्वीकार्य है. इस मामले में जवाबदेही तय की जायेगी. इस घटना की वजह से बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा हो गया.
पंजाब सरकार जांच के लिए तैयार: चरणजीत सिंह चन्नी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का आरोप है कि पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने प्रधानमंत्री को ‘शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाने की कोशिश की’, जबकि अन्य दलों ने भी कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य सरकार पर हमला किया है. बचाव की मुद्रा में आये पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इस बात से इंकार किया कि घटना के पीछे कोई सुरक्षा चूक या राजनीतिक मकसद था. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार जांच के लिए तैयार है. पंजाब सरकार ने घटना की जांच के लिए बुधवार को ही एक समिति का गठन कर दिया था.
Posted By: Mithilesh Jha