Punjab Election 2022: कांग्रेस के प्रचार अभियान पर बोले नवजोत सिंह सिद्धू- 15 जनवरी के बाद बदलेगी दशा
Punjab Assembly Election 2022 News: 15 जनवरी तक पंजाब कांग्रेस इंतजार करेगी. उसके बाद पंजाब में अपने प्रचार अभियान के बारे में कोई फैसला लेगी. जानें नवजोत सिंह सिद्धू ने क्या कहा है...
Punjab Assembly Election 2022 News: पंजाब समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों (Assembly Elections 2022) के ऐलान के बाद अब सभी पार्टियां असमंजस में हैं कि चुनाव प्रचार कैसे करें. पंजाब में दोहरी चुनौतियों का सामना कर रही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने इस बारे में रविवार को मीडिया से बात की. उन्होंने कहा है कि 15 जनवरी के बाद चीजें बदलेंगी और उसके बाद ही तय होगा कि कांग्रेस पार्टी कैसे चुनाव प्रचार करेगी.
पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से जब पूछा गया कि कांग्रेस पार्टी चुनाव प्रचार (Election Campaign) कैसे करेगी, तो उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि 15 जनवरी 2022 के बाद चीजें बदलेंगी. तब तक के लिए तो स्पष्ट है कि सिर्फ डिजिटल प्रचार ही होंगे. उन्होंने आगे कहा कि अगर चीजें और खराब हुईं, तो हमें लिटमस टेस्ट के लिए तैयार रहना होगा.
चुनाव आयोग ने शनिवार को पांच राज्यों (उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा) में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया. पंजाब में 14 फरवरी 2022 को वोटिंग होगी. 10 मार्च 2022 को मतगणना होगी. चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने शनिवार को स्पष्ट कर दिया कि 15 जनवरी 2022 तक कोई भी पार्टी चुनाव प्रचार नहीं कर पायेगी.
On being asked how Congress would run its poll campaign, Punjab Congress chief Navjot S Sidhu says, "I hope things will change after Jan 15.Till then, directions are clear that you will have to campaign digitally. In case things go worse then we'll have to pass this litmus test." pic.twitter.com/wEnI64b9P2
— ANI (@ANI) January 9, 2022
चुनाव आयोग का सख्त निर्देश है कि 15 जनवरी तक सिर्फ डिजिटल प्रचार ही पार्टियां कर पायेंगी. पार्टियां सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर अपना प्रचार कर पायेंगी, लेकिन जनसभा, नुक्कड़ सभा, साइकिल रैली, बाइक रैली या पदयात्रा नहीं निकाल पायेंगी. भारतीय चुनावी इतिहास में पहली बार ऐसी अभूतपूर्व स्थिति उत्पन्न हुई है, जब चुनाव आयोग ने कोरोना संक्रमण की वजह से चुनाव के दौरान ‘कैंपेन कर्फ्यू’ लगा दिया है.
सभी राजनीतिक दल इस बार नये सिरे से चुनाव प्रचार अभियान की तैयारियों में जुटी है. पंजाब में कांग्रेस के सामने कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ-साथ अंतर्कलह जैसी दोहरी चुनौती है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. भाजपा भी अपने पारंपरिक सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल (बादल) से अलग हो गयी है. इसलिए पंजाब में इस बार नया समीकरण देखने को मिलेगा, ऐसी उम्मीद जतायी जा रही है.
Posted By: Mithilesh Jha