कैसे एआर रहमान का एक गाना आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद के ट्विटर अकाउंट के ब्लाक होने का बना कारण
नयी दिल्ली : नये आईटी के संदर्भ में केंद्र सरकार के साथ बिगड़ते संबंधों के बीच ट्विटर (Twitter) ने शुक्रवार को केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी (IT) मंत्री रविशंकर प्रसाद के खाते को यूएस डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट (DMCA) के कथित उल्लंघन पर लगभग एक घंटे के लिए ब्लॉक कर दिया. इसके बाद काफी हंगामा हुआ, हालांकि बाद में ट्विटर ने खाते के अनब्लॉक कर दिया. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार ट्विटर की दलील कई लोगों के पल्ले नहीं पड़ रही है.
नयी दिल्ली : नये आईटी के संदर्भ में केंद्र सरकार के साथ बिगड़ते संबंधों के बीच ट्विटर (Twitter) ने शुक्रवार को केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी (IT) मंत्री रविशंकर प्रसाद के खाते को यूएस डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट (DMCA) के कथित उल्लंघन पर लगभग एक घंटे के लिए ब्लॉक कर दिया. इसके बाद काफी हंगामा हुआ, हालांकि बाद में ट्विटर ने खाते के अनब्लॉक कर दिया. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार ट्विटर की दलील कई लोगों के पल्ले नहीं पड़ रही है.
माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट द्वारा केंद्रीय मंत्री द्वारा उनके खाते को कुछ समय के लिए ब्लॉक करने का जो जवाब दिया गया है वह अधिकतर लोगों को विश्वसनीय लग सकता है. लेकिन हुआ ऐसा ही कुछ है. लोगों को लगता है कि कैसे संगीत निर्देशक एआर रहमान के प्रसिद्ध गीत ‘मां तुझे सलाम’ से संबंधित 2017 का एक ट्वीट रविशंकर प्रसाद के अकांउट को ब्लॉक करने का कारण बन सकता है.
लुमेन डेटाबेस के अनुसार, एआर रहमान के गाने ‘मां तुझे सलाम’ से संबंधित डीएमसीए नोटिस 24 मई को सोनी म्यूजिक एंटरटेनमेंट की ओर से इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फोनोग्राफिक इंडस्ट्री (आईएफपीआई) द्वारा भेजा गया था. यह केवल 25 जून को ट्विटर द्वारा प्राप्त किया गया था, जिसके बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने दस्तावेज के अनुसार कार्रवाई की.
लुमेन डेटाबेस एक स्वतंत्र शोध परियोजना है जो ऑनलाइन सामग्री से संबंधित संघर्ष विराम पत्रों का अध्ययन करती है, और कॉपीराइट सामग्री को रोकने के लिए ट्विटर द्वारा प्राप्त अनुरोधों को इसकी साइट पर प्रकाशित किया जाता है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के आधिकारिक हैंडल से पोस्ट किये गये 2017 के ट्वीट में भारतीय सेना को एक श्रद्धांजलि वीडियो शामिल था.
इस वीडियो के पृष्ठभूमि में एआर रहमान के गाने का इस्तेमाल किया गया था. मामले के जानकार लोगों ने बताया कि इसे 1971 की युद्ध जीत की बरसी पर 2017 में पोस्ट किया गया था. बता दें कि इससे पहले ट्विटर ने उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू सहित आरएसएस के कई बड़े नेताओं के अकाउंट से वेरिफिकेशन वाला ब्लू टिक हटा दिया था. बाद में इसे फिर से बहाल कर दिया गया. उस समय भी हंगामा हुआ था.
Posted By: Amlesh Nandan.