यास को लेकर प्रशासन अलर्ट, जंजीर से बांधे ट्रेन के पहिए, नदी के किनारे रहने वालों को हटाने का काम जारी

हावड़ा: चक्रवाती तूफान यास से निपटने के लिए जिला प्रशासन की ओर से युद्धस्तर की तैयारी की जा रही है. खास तौर पर ग्रामीण हावड़ा के अंतर्गत आने वाले दामोदर और रूपनारायण नदी के आसपास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है. इन लोगों को स्कूल, कॉलेज, धर्मशाला और अन्य जगहों पर रखने की व्यवस्था की गई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2021 7:54 PM

हावड़ा: चक्रवाती तूफान यास से निपटने के लिए जिला प्रशासन की ओर से युद्धस्तर की तैयारी की जा रही है. खास तौर पर ग्रामीण हावड़ा के अंतर्गत आने वाले दामोदर और रूपनारायण नदी के आसपास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है. इन लोगों को स्कूल, कॉलेज, धर्मशाला और अन्य जगहों पर रखने की व्यवस्था की गई है. माइकिंग के जरिए ग्रामीणों को अलर्ट करने का काम दिन-रात जारी है. मिट्टी के घरों में रहने वाले ग्रामीणों को भी जरूरत के सामानों के साथ सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है. दूसरी तरफ बड़ी संख्या में ग्रामीणों के साथ-साथ पालतू मवेशियों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का काम किया जा रहा है.

बताया जाता है श्यामपुर 1 और 2, बागनान 1 और 2 के अलावा उदयनारायणपुर में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है. बताया जा रहा है कि ये सभी इलाके दामोदर और रूपनारायण नदी से सटे हुए हैं. तूफानी बारिश का सबसे अधिक नुकसान प्रत्येक साल इन्हीं इलाकों में होता है. ग्रामीण जिला पुलिस के अधीक्षक सौम्य राय ने कहा है कि स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है. यास चक्रवात के दौरान जानमाल का कम से कम नुकसान हो, इसकी हरसंभव कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा है कि गादियाड़ा और जयपुर के पास नदी के कमजोर बांधों की मरम्मत कराई गई है. ग्रामीणों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है. वहीं, हावड़ा जिला परिषद के सहायक अध्यक्ष अजय भट्टाचार्य के मुताबिक जिला परिषद में भी निगरानी समिति का गठन कर दिया गया है. यास चक्रवात को देखते हुए खतरनाक पौधों को काटने का काम शुरू हो गया है.

डीएम कार्यालय में खुला कंट्रोल रूम

आपदा से मुकाबला करने के लिए डीएम कार्यालय सहित सभी ब्लॉकों में कंट्रोल रूम खोले गए हैं. डीएम मुक्ता आर्या ने कहा कि आपदा मुकाबला विभाग से जुड़े विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है.

कंट्रोल रूम के इन नंबरों पर मिलेगी मदद
  • डीएम कार्यालय में खोले गये कंट्रोल रूम के फोन नंबर- (033-26413393, 94339-31932)

  • बाली-जगाछा ( 8335079105, 94336-26771)

  • सांकराइल ( 90739-38675, 91239-12904)

  • डोमजूर (70012-57204)

  • उलबेड़िया- 033-2661-3133, 98306-93168

यास को लेकर प्रशासन अलर्ट, जंजीर से बांधे ट्रेन के पहिए, नदी के किनारे रहने वालों को हटाने का काम जारी 2
नगर निगम भी तैयार, खोला कंट्रोल रूम

यास चक्रवात का सामना करने के लिए नगर निगम ने भी तैयारी पूरी कर ली है. नगर निगम आयुक्त धवल जैन के मुताबिक सड़कों पर गिरे पेड़ को हटाने के लिए हाइड्रा मशीन को तैयार रखा गया है. उन्होंने कहा है निगम मुख्यालय सहित सभी बोरो कार्यालय में कंट्रोल रुम खोले गए हैं. चक्रवात खत्म होने के बाद जन-जीवन को जल्द सामान्य करने की पूरी कोशिश की जाएगी.

निगम ने जारी किए कंट्रोल रूम के नंबर
  • निगम मुख्यालय- (033-2637-1735, 033-2638-3211, एक्सटेंशन 294)

  • बोरो-1- 033- 2655-7187

  • बोरो-2- 033- 2665-0888

  • बोरो-3- 033-2640-4049

  • बोरो- 4- 98756-98640

  • बोरो-5- 033-267-80031

  • बोरो-6- 033-2688-1270

  • बोरो-7- 033-2627-0058

  • बाली सब ऑफिस- 033- 2654-2236

रेलवे हाइ अलर्ट, जंजीर से बांधे ट्रेन

पिछले साल की तरह इस बार भी रेलवे ने एहतियाती कदम उठाते हुए यार्ड में खड़ी ट्रेनों को जंजीर से बांध दिया है. शालीमार, टिकियापाड़ा, सांतरगाछी में लंबी दूरी की ट्रेनें काफी संख्या में खड़ी हैं. यास के कारण 100 से अधिक लंबी दूरी की ट्रेनों को अब तक रद्द किया जा चुका है. शालीमार रेलवे साइडिंग में लूप लाइन पर खड़ी तूफान के कारण मेन लाइन पर नहीं आ जाए, इसी को ध्यान में रखते हुए लोहे की मोटी जंजीर से ट्रेनों के पहियों को बांध दिया गया है. शालीमार स्टेशन के चीफ यार्ड मास्टर राजा सान्याल ने बताया है कि चक्रवाती तूफान आने के कारण कड़ी चौकसी बरती जा रही है. सभी रेकों को जंजीर की मदद से बांधकर रखा जा रहा है. (हावड़ा से जे कुंदन की रिपोर्ट, प्रभात खबर)

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