Hyderabad: दम घुटने से 7 श्रमिकों की मौत, टैंकरों की सफाई करते समय हुआ था गैस रिसाव
Hyderabad: मौके से सिर्फ एक मजदूर को बचा पाया गया है. स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार, 5 मजदूर पडेरू के थे और उनमें से 2 पेद्दापुरम के रहने वाले थे. बता दें कि इस घटना के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. आगे की जांच चल रही है.
Hyderabad: आंध्र प्रदेश के काकीनाडा जिले में एक निजी कारखाने में गुरुवार को एक तेल टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से सात मजदूरों की मौत हो गई. बता दें कि घटना अंबाती सुब्बन्ना तेल कारखाने में हुई, जहां निर्माण कार्य चल रहा है. पुलिस के मुताबिक आज सुबह 8 बजे दो मजदूर अंबाती सुब्बन्ना ऑयल फैक्ट्री में 25 फीट ऊंचे तेल टैंक की सफाई कर रहे थे. उनमें से एक सीढ़ी से फिसल कर टैंक में गिर गया. अन्य 7 सदस्य उसे बचाने गए, लेकिन दम घुटने से उसकी मौत हो गई.
Andhra Pradesh | Several workers hospitalised after inhaling gas while cleaning tankers of an edible oil manufacturing company in Ragampeta village.
More details awaited pic.twitter.com/MKB2e4XVgE— ANI (@ANI) February 9, 2023
सिर्फ एक मजदूर को बचा पाया गया
मौके से सिर्फ एक मजदूर को बचा पाया गया है. स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार, 5 मजदूर पडेरू के थे और उनमें से 2 पेद्दापुरम के रहने वाले थे. बता दें कि इस घटना के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. आगे की जांच चल रही है. इस बीच, मंत्री तनेती वनिता ने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात की और जानकारी प्राप्त की.
Also Read: Bill Gates: जानिए कौन है बिल गेट्स की नई गर्लफ्रेंड Paula Hurd, इन तस्वीरों ने इंटरनेट पर मचाया धमाल‘व्यक्ति पहले टैंक में घुसा और वह जब बाहर नहीं आया तो बाकी मजदूर अंदर गए’
आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में एक फैक्टरी में तेल के टैंक की सफाई करते समय दम घुटने से सात मजदूरों की मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हादसा ‘जी रागमपेट’ में सुबह करीब सात बजे हुआ. प्राथमिकी सूचना के अनुसार जान गंवाने वाले मजदूर पेद्दापुरम मंडल के पदेरू और पुलीमेरू के निवासी थे. एक चश्मदीद ने पत्रकारों को बताया कि एक व्यक्ति पहले टैंक में घुसा और वह जब बाहर नहीं आया तो बाकी मजदूर अंदर गए. मजदूरों के परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि फैक्टरी प्रबंधन ने मजदूरों को उचित सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराए.