चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे से पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा- आई एम सॉरी अमरिंदर. दरअसल, कैप्टन अमरिंदर सिंह से शनिवार को सुबह में पार्टी सुप्रीमो सोनिया गांधी के साथ बात हुई. इस दौरान कैप्टन ने सोनिया से पूछा कि ये क्या हो रहा है. दो महीने में तीन बार विधायक दल की बैठक बुलायी गयी और मुझे बिल्कुल जानकारी नहीं.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी से आगे कहा कि मैं विधायक दल का नेता हूं. मेरी जानकारी के बगैर विधायक दल की बैठक बुलायी जा रही है. मैं खुद को अपमानित महसूस कर रहा हूं. इस पर सोनिया गांधी ने कहा कि हम इसे देखेंगे. कैप्टन ने जब सोनिया गांधी से कहा कि मैं इस्तीफा दे दूंगा. जवाब में सोनिया गांधी ने कहा- आई एम सॉरी अमरिंदर. यू कैन रिजाइन. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने टीवी चैनल से बातचीत में ये बातें कहीं.
'I am sorry Amarinder', said Congress President Sonia Gandhi after I spoke with her over my resignation, this morning: Amarinder Singh after resigning as Punjab Chief Minister pic.twitter.com/ESYXKPOHJO
— ANI (@ANI) September 18, 2021
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व दो-दो बार मुख्यमंत्री को दिल्ली बुलाते हैं. बातचीत करते हैं कि सरकार ठीक चल रही है या नहीं. तीसरी बार पंजाब में विधायक दल की बैठक बुलायी जाती है. मैं विधायक दल का नेता हूं, लेकिन मुझे बैठक के बारे में जानकारी नहीं. यह मेरा अपमान है. इतना अपमानित होने के बाद मैं मुख्यमंत्री कैसे बना रह सकता हूं. इस्तीफा देना मेरा अधिकार है और मैंने अपने अधिकार का इस्तेमाल किया.
उन्होंने बार-बार एक ही बात कही कि यदि कांग्रेस नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब का मुख्यमंत्री बनायेगी, तो मैं उसका पुरजोर विरोध करूंगा. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह सिद्धू को पंजाब का मुख्यमंत्री स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बावजा का दोस्त है. यदि वह पंजाब का मुख्यमंत्री बन गया, तो राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हो जायेगा.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से हथियार भेजे जाते हैं, विस्फोटक भेजे जाते हैं, हेरोइन और अन्य ड्रग्स भेजे जाते हैं. उन्होंने कहा वह पंजाब को 1984 के पहले का पंजाब नहीं बनने देना चाहते. वह पंजाब को सुरक्षित देखना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि आपको पता है कि पंजाब में 30 हजार लोगों की मौत हुई है. 1700 पुलिस के जवानों की मौत हुई है. ये सब पाकिस्तान के चलते हुआ है.
अगला चुनाव लड़ने के संबंध में पूछे गये एक सवाल के जवाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि जब तक मेरा पंजाब सुरक्षित नहीं हो जाता, मैं चुनाव लड़ता रहूंगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को जिस पर भरोसा हो, उसे मुख्यमंत्री बना सकता है. यह पूछे जाने पर कि उनकी भविष्य की रणनीति क्या होगी और क्या भाजपा अथवा किसी दूसरी पार्टी के साथ जायेंगे, तो अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘मेरी 52 साल की राजनीति में जिन लोगों ने मेरा साथ दिया, उनके साथ बातचीत करने के बाद इस बारे में फैसला करूंगा.’
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इस सवाल पर कि क्या वह नये मुख्यमंत्री को स्वीकार करेंगे, तो उन्होंने कहा कि वह अपने साथियों से चर्चा के बाद ही कोई निर्णय लेंगे. कहा, ‘जहां तक मेरी भविष्य की राजनीति का सवाल है, तो एक विकल्प हमेशा रहता है, समय आने पर उस विकल्प को देखूंगा. मैं अपने साथियों से बात करके कोई फैसला करूंगा.’
ज्ञात हो कि कांग्रेस के 50 से अधिक विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के पद से हटाने की मांग की थी. इसी पत्र के बाद पार्टी आलाकमान ने विधायक दल की बैठक बुलाने का निर्देश दिया. इस्तीफा देने से पहले, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने आवास पर समर्थक विधायकों की बैठक की. सूत्रों का कहना है कि 15 विधायकों एवं मंत्रियों ने उनके प्रति अपना समर्थन जताया. पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 80 विधायक हैं.
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मुस्तफा ने शनिवार को एक ट्वीट करके पंजाब की राजनीति में खलबली मचा दी थी. मुस्तफा ने कहा कि पंजाब के लोगों ने कांग्रेस पर विश्वास किया, लेकिन पार्टी पंजाब को एक अच्छा मुख्यमंत्री नहीं दे सकी. वहीं, कांग्रेस के सीनियर नेता सुनील जाखड़ ने ट्वीट करके कहा कि राहुल गांधी ने पंजाब की सबसे बड़ी गुत्थी का समाधान ढूंढ़ लिया है. पंजाब कांग्रेस के संकट का समाधान हो गया है.
Kudos to Sh @RahulGandhi for adopting Alexandrian solution to this punjabi version of Gordian knot. Surprisingly, this bold leadership decision to resolve Punjab Congress imbroglio has not only enthralled congress workers but has sent shudders down the spines of Akalis.
— Sunil Jakhar (@sunilkjakhar) September 18, 2021
Posted By: Mithilesh Jha